*ई आर पी की पर करोड़ों का खर्च करने के बाद भी ई आर पी की गोपनीयता का उलंघन : अभाविप*
*छात्र कर रहे यूजी परिणाम टोरेंट सॉफ्टवेयर से डाउनलोड , विश्वविद्यालय की ऑनलाइन प्रणाली की खुली पोल*
*यूजी परिणाम अभी तक घोषित नहीं,फिर भी छात्रों ने डाउनलोड किया परिणाम*
विश्वविद्यालय ई आर पी में लगातार गड़बड़ियों को देखते हुए विद्यार्थी परिषद् ने अधिष्ठाता अध्ययन का घेराव किया ।
मीडिया को जानकारी देते हुए इकाई अध्यक्ष विशाल सकलानी ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन को, ई.आर. पी. से मिली झूठी थपथपाहट मीठी लगने लगी है। उन्होंने कहा कि कहा की प्रदेश विश्वविद्यालय ई. आर. पी. में गड़बड़ियों का स्तर बढ़ गया है। उन्होंने बताया कि पहले तो प्रशाशन टेस्टिंग के नाम पर प्रशाशन ने छात्रों का गलत परिणाम घोषित करता आया है, लेकिन इस बार तो बिना टेस्टिंग के टोरेंट सॉफ्टवेयर से रिजल्ट छात्र डाउनलोड कर रहे हैं , पूरे प्रदेश के छात्रों को एक बार फिर मानसिक तनाव जैसी स्थिति में डाल दिया है, लेकिन रिजल्ट में कोई सच्चाई नहीं है, उन्होंने कहा कि जिस तरह से परिणाम घोषित हुए बिना किसी अन्य सॉफ्टवेयर से लिंक बदल कर जैसे परिणाम डाउनलोड हो रहे हैं , यह परिणामों की गोपनीयता पर सवाल खड़ा करता है और ई आर पी को एक बार फिर सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है । उन्होंने कहा कि अभाविप लम्बे समय से मांग उठा रही है की विश्वविद्यालय की ऑनलाइन प्रणाली को सुदृढ़ किया जाए और जो खामियों इस ऑनलाइन प्रणाली में उनको दूर करे ताकि छात्रों को समस्याओं का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन सिस्टम का लक्ष्य छात्रों को सहूलियत प्रदान करना है लेकिन इसकी खामियों के कारण छात्र अनेक समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
जब यह जानकारी सामने आई कि मात्र एक टोरंट अपल्लिकएशन से बी ए, बी एस सी , बी कॉम के छात्रों की परिणाम सेव हो रहे है। टोरंट आम तौर पर मनोरजन , वीडियो देखने के लिए इस्तेमाल कि जाने वाली एप्लिकेशन है, उन्होंने कहा कि प्रशाशन ने जैसे तैसे ए ग्रेड ले लिया लेकिन अभी भी ए ग्रेड ए ग्रेड समस्याओं को निपटारा नहीं कर पा रहा।
उन्होंने कहा की ए ग्रेड यूनिवर्सिटी में डी ग्रेड ई आर पी कब तक?
अगर ऐसे ही टेस्टिंग के नाम पर विश्वविद्यालय गलत परिणाम घोषित करने लगे और मात्र एक टोरंट एप्लिकेशन में आसानी से परिणाम मिल जाने लगे तो ऐसे में विश्वविद्यालय की ई आर पी / ऑनलाइन प्रणाली की गुणवत्ता और गोपनीयता का स्तर गिरता नजर आता है। प्रसाशन ने ई. आर.पी. के लिए करोड़ों का बजट निकाल कर वाहवाहियां लूटी लेकिन वास्तव में परिणाम हम आपके सामने हैं।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद लंबे समय से प्रशाशन के सामने ई. आर.पी. की खामियों को लेकर सचेत करने का काम कर रही है , विद्यार्थी परिषद के बार बार ई. आर. पी. की खामियों को दूर करने की मांग उठाने के बावजूद खामियों का स्तर बढ़ा है।
इस बार तो लापरवाही की सारी हदें प्रशासन ने पार कर दी हैं , जब बिना घोषणा के परिणाम एक सॉफ्टवेयर से छात्र डाउनलोड कर रहे हैं ऐसे में ऑनलाइन प्रणाली में गोपनीयता को लेकर ढील बरती गई है , यह समस्त छात्र समुदाय के साथ धोखा है और अभाविप मांग करती है कि कम्पनी के ऊपर भी कार्यवाही की जाए व उनका उत्तरदायित्व सुनिश्चित किया जाए ताकि इसे लापरवाही भविष्य में न हो।