हिमाचल प्रदेश में बीते कल सीएम के सुरक्षा कर्मी व एसपी कुल्लू के बीच विवाद का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ और हर तरफ इसी मसले को लेकर चर्चा चलती रही। वहीं, आज तक इस बात को लेकर सस्पेंस बना रहा कि आखिर यह विवाद हुआ तो हुआ क्यों। जिसके बाद आज इस पूरे मामले की बैक स्टोरी निकलकर सामने आ गई है।
बुधवार दोपहर बाद हुई इस घटना का विवाद सुबह ही शुरू हो गया था। बीते बुधवार सुबह ढालपुर मैदान में बीजेपी कार्यकर्ता सीएम जयराम ठाकुर के आने का इंतजार कर रहे थे। सीएम का हेलीकाप्टर ढालपुर मैदान में उतरा तो वहां धूल का गुबार उड़ने लगा। सीएम के हेलीकाप्टर से उतरते ही कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। सीएम स्वागत के लिए खड़े लोगों की तरफ बढ़े। उनके साथ सुरक्षा प्रभारी और एसपी गौरव सिंह भी चल रहे थे।
इस बीच, सीएम के सुरक्षा प्रभारी ने एसपी से कहा कि मैंने बोला था कि पानी डालना। इस पर एसपी गौरव सिंह ने जवाब दिया कि पानी डाला था। सीएम सुरक्षा प्रभारी ने कहा कि दोबारा फेंकना पड़ता है। बताया जा रहा है कि इसके बाद दोनों अधिकारियों के बीच इस मुद्दे को लेकर बहस भी हुई।
इसके बाद दोनों के बीच तनातनी जारी रही। ढालपुर मैदान में पानी का छिड़काव और अन्य व्यवस्था देखने का काम जिला प्रशासन का था, लेकिन सीएम के सुरक्षा प्रभारी ने इसमें पुलिस की गलती निकाल दी।
जो युवा एसपी गौरव सिंह को चुभ गई। जब बुधवार दोपहर करीब तीन बजे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भुंतर एयरपोर्ट पहुंचे। वे यहां से मनाली के लिए निकल रहे थे तो फोरलेन प्रभावितों को देखकर खुद गाड़ी से उतरे। इसके पीछे भी एसपी को कहा गया।
इसके बाद एसपी ने सीएम के सुरक्षा प्रभारी को चांटा जड़ दिया। बदले में मुख्यमंत्री के पीएसओ ने एसपी कुल्लू को लातें जड़ दीं। बहरहाल, ढालपुर में महज धूल से शुरू हुआ यह विवाद शाम तक एक चर्चित घटना बन गई।