कुल्लू
समय 10 बजे। स्थान क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू। जिले के मरीज अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए अस्पताल पहुंचे हैं। लाइनों में खड़े होकर पर्ची काउंटर में पर्ची बना रहे हैं। 10 बजकर 20 मिनट पर लगभग 7 से 8 मरीज रेडियोलॉजिस्ट ओपीडी के पास पहुंचे। यहां पर उन्होंने ओपीडी के बाहर ताला लगा देखा। कुछ देर के लिए परेशान हुए। 10 बजकर 30 पर कुछ मरीज और ओपीडी के बाहर पहुंचे। इसमें कुछ गर्भवती महिलाएं थीं। वे ओपीडी में ताला देखकर हैरान हो गईं।
स्वास्थ्य विभाग ने रेडियोलॉजिस्ट ओपीडी के बाहर नोटिस लगाया है। इसमें लिखा है कि अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट नहीं है। यह पद रिक्त है। 10 बजकर 40 मिनट पर एक महिला हेमा ओपीडी के बाहर बैठी है। उनके साथ बैठकी तारा देवी ने बताया कि वह लगवैली से अल्ट्रासाउंड के लिए कुल्लू अस्पताल आई हैं। यहां पर ताला लटका होने से वे परेशान हैं। 10 बजकर 45 मिनट पर एक अन्य महिला हुमा देवी ने बताया कि अस्पताल में अल्ट्रासाउंड नहीं हो रहे हैं। उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि उन्होंने निजी अस्पताल में अल्ट्रासाउंड करवाया। यहां पर 1300 रुपये खर्च करने पड़े। 10 बजकर 50 मिनट पर अन्य मरीज भी निजी अस्पताल में अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए चले गए, जबकि कुछ निराश होकर लौट गए। अब ऐसे में मरीज बेहाल दिखे हैं।
चार जिलों के मरीजों को स्वास्थ्य सुविधा देने वाला कुल्लू अस्पताल खुद सुविधाओं से महरूम है। अस्पताल को हड्डी रोग विशेषज्ञ ओर एनेस्थीसिया के नए डॉक्टर तो मिले हैं लेकिन रेडियोलॉजिस्ट की अब तक नियुक्ति नहीं की गई है। लगभग एक माह से अस्पताल में मरीजों के अल्ट्रासाउंड नहीं हो रहे हैं। इससे मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। अब अस्पताल प्रबंधन ने रेडियोलाजिस्ट की ओपीडी की बाहर नोटिस लगा दिया है।
अल्ट्रासाउंड के लिए 1200 से 1500 रुपये करने पड़ रहे खर्च
क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में अल्ट्रासाउंड न होने से मरीज निजी अस्पतालों में जाने के लिए मजबूर हैं। यहां पर 1200 से 1500 रुपये तक मरीजों से वसूले जा रहे हैं। इससे मरीजों पर अतिरिक्त भार पड़ रहा है। गर्भवती महिलाओं को ज्यादा परेशानी हो रही है। अस्पताल में रोजाना 500 से 700 के पास ओपीडी होती है।