शिमला 15 सिंतबर । राजकीय डिग्री कॉलेज चायल कोटी में हिन्दी दिवस का आयोजन किया गया जिसकी अघ्यक्षता कॉलेज की प्राचार्य डॉ. दीपशिखा भारद्वाज ने की । उन्हेाने कहा कि सम्पूर्ण भारत में हर वर्ष 14 सिंतबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है चूंकि 14 सितंबर, 1949 को हिंदी भाषा को राजभाषा का दर्जा दिया गया था। उन्होने सभी विद्यार्थियों के साथ अपने विचार साझा किए और कहा कि हिंदी को पूरे हिंदुस्तान की भाषा बनाना अभी बाकी रहता है। हिंदी भाषा को बोलने में हमें शर्म नहीं बल्कि गर्व होना चाहिए।
इस मौके पर नारा लेखन, कविता पाठ, भाषण प्रतियोगिता, प्रश्रोत्तरी इत्यादि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया । सभी विद्यार्थियों ने इन प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़ कर भाग लिया। भाषण , कविताओं एवं नारा लेखन माध्यम से हिंदी के प्रति सम्मान एवं अपने भावों को प्रकट किया। राजनीति शास्त्र के प्राध्यापक डॉ0. देवेंद्र शर्मा ने इस मौके पर राजनीतिक दृष्टि से भारत में भाषा के प्रश्न एवं भाषाई विवाद पर तार्किक एवं यथार्थ विश्लेषण प्रस्तुत किया गया । उन्होने बताया कि भारत जैसे विविधता से पूर्ण देश में यह आवश्यक है कि सभी भाषाओं को सम्मान की दृष्टि से देखा जाए। संविधान में वर्णित 22 भाषाओं का सम्मान किया जाना चाहिए। राजनीति एवं लोगों के दम्भपूर्ण रवैये से हिंदी भाषा को बचाया जाना आवश्यक है। कार्यक्रम संयोजक बोबिजा शर्मा ने हिंदी विषय पर अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि भाषा वही जो हमें आपस में जोड़े और हिंदी वह काम बखूबी कर रही है। बोबिजा शर्मा ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी प्राध्यापक, अभिभावक, गैर प्राध्यापक वर्ग एवं सभी छात्र-छात्राओं का आभार व्यक्त किया।