मंडी, भारतीय जनता पार्टी के राष्टीय उपाध्यक्ष रेखा वर्मा ने आज सुंदरनगर कार्यालय में आयोजित संगठन पर्व बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा भाजपा पर लगाए गए आरोपों पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस के हाथों में सत्ता आकर जनता के लिए विपत्ति बन जाती है जबकि भाजपा के हाथों में सत्ता आकर वह जनता के लिए समृद्धि बन जाती है, जो राष्ट्र के विकास एवं स्वाभिमन को बढ़ाती है। रेखा ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी जन-कल्याण की दिशा में काम कर रहे हैं। पीएम नरेन्द्र मोदी के विचार भगवान श्रीराम के आदर्श से प्रेरित है, जिनके लिए श्रीरामचरितमानस में लिखा गया है कि “मणि माणिक महंगे किए, सहजे तृण जल नाज, तुलसी सोइ जानिए, राम गरीब नवाज।” इन पंक्तियों से भगवान श्रीराम के पूरे अर्थशास्त्र का पता चलता है कि एक जननायक को अपनी जनता के साथ किस तरह का व्यवहार करना चाहिए और किसी देश में टैक्स व्यवस्था कैसी होनी चाहिए। लेकिन कांग्रेस जैसी पार्टियाँ, सत्ता में आने के बाद सरकारी खजाने से धन लूटती है और जनता को उनकी बुनियादी सुविधाओं से वंचित रखती है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे जी देश के वरिष्ठ नेता एवं वयोवृद्ध कांग्रेसी नेता हैं। उन्होंने कांग्रेस का वह दौर भी देखा है, जब कांग्रेस में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. पी वी नरसिम्हा राव और पूर्व वित्त मंत्री एवं पूर्व राष्ट्रपति स्व. प्रणव मुखर्जी जैसे कुछ एक समझदार नेता हुआ करते थे, जिन्होंने वित्तीय संकट के दौर में भी देश को सही दिशा दी। लेकिन कांग्रेस प्रमुख खडगे जी ने जो बातें कल कहीं, उससे साफ पता चलता है कि धन, जो लोगों की संपत्ति और समृद्धि होनी चाहिए, अगर कांग्रेस के हाथों में चली जाए, तो यह आपदा बन जाती है। एक गांधी की कांग्रेस थी और वहीँ आज राहुल गांधी की कांग्रेस। एक राष्ट्र के लिए प्रेरित कांग्रेस और एक अर्बन नक्सल विचार से प्रेरित कांग्रेस के बीच की यात्रा मल्लिकार्जुन खरगे जी ने देखी होगी, तो कहीं न कहीं उनके दिल से ये बातें निकली होगी, जो उन्होंने कल कही। और अब, खरगे जी पर दबाव डलवाकर उनसे कुछ भी बयान दिलवाया जा रहा है। अब कांग्रेस पार्टी सात गारंटी गिनवाए या सत्रह गारंटी, खरगे जी को जो बातें कहनी थी, कह दी। बिगड़ी बात बने नहीं, लाख करो किन कोय। रहिमन फाटे दूध को, मथे न माखन होय। वर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने किसी भी वादे को कभी भी पूरा नहीं किया है। कांग्रेस जब-जब सत्ता में आती है, तो उस प्रदेश और देश के लिए आर्थिक चुनौतियां लेकर आती है। कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार को लगभग डेढ़ साल हो गए हैं, वहां 2021-22 में निवेश लगभग 1.63 लाख करोड़ रुपए था जो आज घटकर 54 हजार करोड़ रुपए पर आ गया है। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनाव से पहले दावा किया था कि कांग्रेस पार्टी पेट्रोल और डीजल का दाम कम कर देंगे। विधानसभा चुनाव जीतकर आते ही कांग्रेस पार्टी की सरकार ने हिमाचल प्रदेश में पेट्रोल और डीजल पर 3-3 रुपए बढ़ा दिए। कुछ दिनों बाद, हिमाचल में कांग्रेस सरकार के पास इतना पैसा भी नहीं रहा कि सही ढंग से सरकारी कर्मियों को वेतन भी दे सके।