हिमाचल के निजी स्कूल पहली जून से ट्यूशन फीस लेना शुरू कर सकते हैं। लॉकडाउन के चलते फीस वसूली पर रोक को सरकार ने हटाने का फैसला ले लिया है। मार्च से बंद चल रहे निजी स्कूलों को सिर्फ ट्यूशन फीस लेने के निर्देश जारी दिए है सरकार ने।
सरकार के आदेशानुसार अब पहली जून से निजी स्कूल महीना वार ट्यूशन फीस लेने के लिए अभिभावकों को एसएमएस कर सकते हैं। सरकार ने तिमाही की जगह एक-एक माह की फीस लेने की व्यवस्था की है।
अभिभावकों पर मार्च से मई तक की ट्यूशन फीस का बोझ एक साथ ना पड़े। इसके लिए एक-एक माह की फीस लेने को कहा गया है। शीतकालीन स्कूलों में मार्च और ग्रीष्मकालीन स्कूलों में अप्रैल से यह फीस देय है।
स्कूल बंद रहने तक सिर्फ ट्यूशन फीस लेने को लेकर सरकार का फैसला मान्य रहेगा।
स्कूल शिक्षा बोर्ड सहित सीबीएसई, आईसीएसई वाले निजी स्कूलों को इन आदेशों का पालन करना होगा। लॉकडाउन के दौरान निजी स्कूल ट्यूशन फीस में अन्य किसी भी फंड को शामिल नहीं कर सकेंगे। मेंटेनेस फंड, स्पोर्ट्स फंड, कंप्यूटर फीस, को-करिकुलर फीस, ट्रांसपोर्ट फीस सहित अन्य किसी भी फंड को इस दौरान नहीं लिया जा सकेगा।
निर्धारित समय के भीतर फीस न चुकाने वाले किसी भी विद्यार्थी की ऑनलाइन पढ़ाई नहीं रोकने को भी कहा है। ऐसे बच्चों के अभिभावकों को निजी स्कूल जल्द फीस चुकाने के लिए किसी भी प्रकार से तंग भी नहीं करेंगे। सरकार ने यह भी निर्देश दिए हैं कि ऑनलाइन पढ़ाई करवाने वाले स्कूल की ट्यूशन फीस ले सकेंगे। लॉकडाउन के दौरान बच्चों की पढ़ाई ऑनलाइन माध्यमों से न करवाने वाले स्कूल लेने के हकदार नहीं होंगे।