शिमला
प्रेनीता शर्मा
शिमला में अवैध मस्जिद के खिलाफ लोगों में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। अवैध निर्माण को लेकर आज बड़ी संख्या में जनता ने सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया।
हिन्दू जागरण मंच के नेता कमल गौतम ने प्रशासन को दो दिन का अल्टीमेटम दिया है और कहा है अगर इस पर अमल नहीं किया गया तो हिमाचल के सारे हिंदू 2 दिन बाद संजौली में इकट्ठा होंगे और अवैध मस्जिद को तोड़ेंगे।
बता दे विभिन्न संगठनों ने संजौली में अवैध मस्जिद को लेकर आज बड़ा प्रदर्शन किया। विधानसभा के बाहर चौड़ा मैदान में भी विभिन्न संगठनों ने अलग से प्रदर्शन किया। इस दौरान वहां पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह भी पहुंचे। लोगों ने प्रशासन को मस्जिद गिराने के लिए दो दिन का अल्टीमेटम दिया।
संजौली में हजारों लोगों ने अवैध निर्माण को लेकर प्रदर्शन किया। विभिन्न संगठनों के साथ साथ लोगों ने पूरे बाजार में आक्रोश रैली निकाली और खूब नारेबाजी की। लोगों ने कहा कि पहले यहां छोटी सी मस्जिद होती थी, जिसमें केवल दो ही परिवार रहते थे, लेकिन कुछ सालों में इसको अवैध तरीके से पांच मंजिला बना दिया गया। अब यहां बड़ी संख्या में बाहर से लोग आने लगे हैं। लोगों ने अवैध मस्जिद गिराने की मांग की है। प्रदर्शन के दौरान यहां ट्रैफिक यातायात भी बाधित हुआ।
संगठन के प्रदेशाध्यक्ष रुमित ठाकुर ने बताया कि उनकी मांग अवैध ढांचे को गिराने की है। इसके अलावा प्रदेश में बाहरी राज्यों से आने वाले प्रवासी लोगों के पंजीकरण करने और अवैध रूप से सड़कों पर रेहड़ी-फड़ी सजाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग रखी जाएगी।
मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि संजौली क्षेत्र में बनी मस्जिद अवैध है और 2010 से मामला एमसी अदालत में लटका हुआ है लेकिन कारवाई नहीं हुई। इसी को लेकर सदन में बात रखी है और सरकार भी इसको लेकर गंभीर है। लोगों में इसको लेकर खासा आक्रोश भी है क्योंकि काफी संख्या में शिमला में बाहरी राज्यों से लोग आ रहे हैं जिनकी पुलिस वैरिफिकेशन नहीं है, ऐसे में सुरक्षा को भी खतरा पैदा होता है और यही चिंता मैंने सदन में जाहिर की है। ओवैसी इस मुद्दे पर अपनी राजनीति रोटियां सेंक रहे हैं।
वहीं मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भी ओवैसी के बयान पर पलटवार किया और कहा कि हिमाचल प्रदेश में सभी के लिए मोहब्बत है और नफरत के लिए कोई जगह नहीं है। ओवैसी अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए बेतुके बयान दे रहे हैं। संजौली मस्जिद मामले में सरकार कानून के दायरे में रहकर काम करेगी और नगर निगम की अदालत का जो भी निर्णय शनिवार को आएगा सरकार उस आधार पर कार्रवाई करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में आने वाले हर व्यक्ति और प्रदेश का नागरिक सभी कानून से बंधे हुए हैं, ऐसे में प्रदर्शन के नाम पर कोई तोड़फोड़ करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। मामले पर शांतिप्रिय प्रदर्शन का सम्मान है लेकिन प्रदेश में कानून व्यवस्था को हाथ में लेने की इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती।
बीते शनिवार एक समुदाय विशेष के लोगों ने स्थानीय युवक पर हमला किया, इसके बाद लोगों में आक्रोश बढ़ गया। इसके बाद रविवार को लोगों ने संजौली में सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन कर आरोपियों को गिरफ्तार करने और अवैध मस्जिद को गिराने की मांग की। लोगों का आरोप है कि आरोपियों को मस्जिद में छिपाया गया है। इसके बाद अब हिंदू संगठन व स्थानीय लोग मस्जिद को गिराने की मांग कर रहे हैं।
इस मामले में सरकार में फूट दिखाई दे रही है। एक ओर पंचायती राज मंत्री अवैध मस्जिद का खुलेआम विरोध कर रहे हैं तो वहीं स्थानीय विधायक हरीश जनारथा प्रदर्शनकारियों की आलोचना कर रहे हैं। हालांकि जिस तरह से मस्जिद को लेकर लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है, उससे प्रशासन की दिक्कतें भी बढ़ गई है।