कुल्लू,1अक्टूबर
अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा महाकुंभ के लिए बंजार घाटी के देवी-देवता रवाना हो गए हैं। शुक्रवार को देवता शृंगा ऋषि चौहणी और जिभी के देवता शेषनाग पूरे लाव लश्कर के साथ निकल गए हैं। रास्ते में दोनों देवताओं का जगह-जगह ठहराव होगा। बालू नाग भी दो दिन बाद दशहरा के लिए निकलेंगे। प्रधानमंत्री मोदी के दशहरा की रथयात्रा में शामिल होने और धुर विवाद को लेकर हर साल की तरह दोनों देवता अस्थायी शिविर में नजरबंद रहेंगे। दशहरा में अन्य तरह की देव परंपरा का दोनों देवता बखूबी निर्वहन करेंगे।
हालांकि, दशहरा उत्सव समिति ने हर साल की तरह इस बार दोनों देवताओं को निमंत्रण नहीं दिया है। दशहरा के दिन पीएम मोदी के कुल्लू दौरे के लिए प्रशासन पूरी नजर बनाए हुए है। देव समाज के साथ जिला प्रशासन ने दोनों देवताओं के कार कारिदों के साथ बैठक कर दशहरा में सहयोग की अपील की।
इस बार दशहरा में देवी-देवताओं की संख्या 300 तक पहुंच सकती है। अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा में लोगों की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना के बीच एचआरटीसी अतिरिक्त बसों का संचालन करेगा। देवता बालू के कारदार ख्याली राम ने कहा कि देवता बालू दो दिन बाद दशहरा के लिए रवाना होंगे। उन्हें किसी तरह का बुलावा नहीं मिला है। देवता हर साल की तरह देव परंपरा निभाने के लिए दशहरा में शिरकत करेंगे। कहा कि रथयात्रा के दौरान देवता अपने अस्थायी शिविर में रहेंगे। दशहरा उत्सव समिति के उपाध्यक्ष एवं उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग ने कहा कि दशहरा के दौरान पीएम के दौरे को देखते हुए देव समाज से पूर्ण सहयोग करने की अपील की है। इसको लेकर कारदार संघ के साथ बैठक हुई और आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने दशहरा में देव परंपरा का पहले तरह ही निभाया जाएगा।