शिमला, 04 मार्च
राजधानी शिमला के ढली थाना क्षेत्र में जीटीएल इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी की ओर से लगाए गए मोबाइल टावरों के चोरी होने का मामला सामने आ रहा है। जीटीएल इन्फ्राट्रक्चर कंपनी के अधिकारी जब मौके पर निरीक्षण के लिए दोनों साइटों पर पहुंचे तो गायब टावरों को देख दंग रह गए। जिसकी शिकायत पुलिस से की गई। ढली पुलिस ने भवन मालिकों के खिलाफ अलग-अलग मामले दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जीटीएल इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी नवी मुम्बई के प्रबंधक कृष्ण कुमार ने ढली पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनकी कंपनी की ओर से नॉर्थ ओके संजौली में एक मोबाइल टावर लगाया था। जिसका एग्रीमेंट के मुताबिक भवन मालिक से मासिक किराया तय किया गया था। निरीक्षण करने पर उन्होंने पाया कि उनकी कंपनी की ओर से लगाया गया टावर व संबंधित सामान वहां नहीं है, जिसकी कीमत 16 लाख आंकी गई है।
कंपनी के प्रबंधक कृष्ण कुमार ने मशोबरा स्थित एक भवन मालिक के विरुद्ध भी इसी तरह की शिकायत दर्ज करवाई है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि मशोबरा में भी उनकी कंपनी द्वारा एक भवन के छत पर लगाए गया मोबाइल टावर गायब पाया गया। गायब हुए मोबाइल टावर की कीमत 20.37 लाख रुपये है। इस संबंध में उन्होंने मशोबरा निवासी एक व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों शिकायतों के आधार पर भादंसं की धारा 406 व इंडियन टेलीग्राफी एक्ट के तहत अलग-अलग मामले दर्ज कर कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।