राजधानी शिमला में ट्रैफिक जाम को लेकर पुलिस और प्रशासन अब दोनों एक्शन मोड में आ गए हैं। शिमला पुलिस और नगर निगम दोनों मिलकर काम करेंगे। अब येलो लाइन पार्किंग के बाहर गाड़ी खड़ी मिलने पर चालान कटेगा। लोग पार्किंग फीस देने से बचने के लिए खाली जगह पर गाड़ी पार्क कर रहे हैं, जिससे शहर में जाम लग रहा है, लेकिन अपनी मर्जी से रोड साइड में वाहन लगाना चालक को भारी पड़ेगा।
नगर निगम की येलो लाइन पार्किंग खाली है, जबकि सड़कों पर सैकड़ों गाड़ियां खड़ी हो रही हैं। काफी लोगों ने MC प्रशासन से इसकी शिकायत की। नगर निगम ने पुलिस विभाग को लिखकर चालानी कार्रवाई करने को कहा। MC की येलो लाइन पार्किंग यूज करने पर लोगों को एक साल के 11 हजार 328 रुपए देने होंग, जिससे बचने के लिए लोग अपनी मर्जी से गाड़ी सड़क किनारे पार्क कर रहे हैं।
पूरे शहर में निगम की 1342 गाड़ियों के लिए पार्किंग सुविधा है। फिर भी मात्र 450 लोगों ने ही पार्किंग यूज करने के लिए अप्लाई किया। नगर निगम कमिश्नर आशीष कोहली का कहना है कि नगर निगम ने पार्किंग सुविधा पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर देनी थी, लेकिन यहां तो आवेदन ही बहुत कम आए। जब फील्ड से फीडबैक मिला तो पता चला कि लोग अपनी सहूलियत के हिसाब से गाड़ी पार्क कर रहे हैं।