बजट को लेकर मुख्यमंत्री ने किया हिमाचल की जनता से ऑनलाइन संवाद
शिमला । सरकार में आते ही हमने पहले दिन से ये भाव व्यक्त किया कि जो गरीब है हम उसके करीब हैं। इसलिए हमने पहली कैबिनेट में ही बिना किसी आय सीमा बुजुर्गों को 70 की आयु से पेंशन देने का प्रावधान किया। हमारे पांचवें बजट में हमने उन्हीं योजनाओं को मजबूत करने का काम किया जिनकी शुरुआत हमने पहले बजट से की थी। ये बातें मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बजट पर रविवार को हिमाचल की जतना से वर्चुअली जन संवाद करते हुई कहीं।
वर्चुअली जन संवाद के जरिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश के लोगों से वित्त वर्ष 2022-23 के लिए पेश किए गए बजट की मुख्य बातों और योजनाओं की जानकारी साझा की। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में इस तरह का कार्यक्रम पहली बार हुआ, जिसमें बजट की बारीकियों को सीधे जनता के साथ साझा किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर लगातार मिल रहे केंद्रीय सहयोग के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार बनने के पहले दिन से ही हमारी सरकार ने लोगों की समस्याओं के समाधान के प्रयास किए। एक साल के भीतर ही सभी विधानसभा क्षेत्रों का दौरा किया और जनता के साथ संवाद स्थापित किया।
जयराम ठाकुर ने कहा कि बजट पेश करने के साथ ही चुनावी वर्ष में भी प्रवेश कर गए हैं। आमतौर पर ऐसा होता है कि चुनावी वर्ष वाले बजट में लोकलुभावी बातें कि जाती है, लेकिन हमने चुनाव नहीं जनता के हितों को ध्यान में रखकर बजट तैयार किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन बुजुर्गों के कराण हमने दुनिया देखी और समझी हमने अपनी पहली कैबिनेट का पहला निर्णय बुजुर्गों को ही समर्पित किया था। इसके साथ ही पहली कैबिनेट में हमारा दूसरा निर्णय गोवंश के संरक्षण को लेकर था। इसी पर आगे बढ़ते हुए हमने अपने पांचवें बजट में 60 की उम्र से हर व्यक्ति को पेंशन, गोसदन में प्रति गाय 500 रुपये को बढ़ाकर 700 करने जैसे निर्णय लिए हैं।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हमारी सरकार के बजट के दौरान पूर्व की सरकारों जैसी सामान्य परिस्थितियां नहीं रहीं। कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में लोगों का जीवन बचाने के लिए हमसे जो बन सकता था हमने किया। इस संकट के दौर में हिमाचल की जनता का हमें पूरा समर्थन मिला इसके लिए प्रदेश की जनता का आभार। हालांकि हमने इस दौरान बहुत से लोगों को खो दिया, जिसका हम सभी को बहुत दुख है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हमारी सरकार बनी तब प्रदेश पर करीब 50 हजार करोड़ का कर्ज था। पूर्व की सरकार ने सामान्य परिस्थितियों में भी रिकॉर्ड कर्ज लिया। साथ ही कर्ज लेने की आखिरी लिमिट तक जा पहुंचे। सच तो यह है कि आज कर्ज एक व्यवस्था का हिस्सा बन चुका है, लेकिन हमें यह भी समझना होगा कि मौजूदा सरकार ने वैश्विक कोविड महामारी के कारण बेहद विषम परिस्थितियों का सामना किया।
इसके अलावा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान हिमकेयर, गृहिणी सुविधा योजना, सहारा, स्वास्थ्य, पशुपालन और कृषि क्षेत्र में किए जाने वाले नए कार्यों की बातें भी साझा की।
प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में लाखों की संख्या में लोगों ने वर्चुअली माध्यम से मुख्यमंत्री के संबोधन को सुना।