साधारण मास्क या घर पर तैयार किए गए मास्क का करें प्रयोग
जिलाधीश डाॅ. ऋचा वर्मा ने कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए सभी जिलावासियों से विशेष ऐहतियात बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन एवं कफ्र्यू के दौरान लोग घरों से बाहर न निकलें और अगर किन्हीं आवश्यक कारणों से घर से बाहर निकलना पडे़ तो मुंह को मास्क या सूती कपड़े से ढक कर ही जाएं।
जिलाधीश ने कहा कि अभी तक कुल्लू जिला में कोरोना संक्रमण का कोई भी पाॅजीटिव मामला सामने नहीं आया है और जिला को कोरोनामुक्त बनाए रखने के लिए सभी लोगों का सहयोग जरूरी है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर मुंह को मास्क या सूती कपड़े से ढकने से काफी बचाव हो सकता है। इससे संक्रमण का खतरा कम हो जाता है।
डाॅ. ऋचा वर्मा ने कहा कि आम लोगों के लिए एन-95 मास्क की आवश्कता नहीं है। इस तरह का मास्क केवल डाॅक्टरों और स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए आवश्यक होता है। आम लोगों के लिए बाजार में मिलने वाले तीन परतों वाले साधारण मास्क या फिर घर पर ही साफ सूती कपड़े से बनाए गए तीन परतों वाले मास्क ही काफी हैं। कपड़े से बने मास्क को धोकर और अच्छी तरह सुखाकर दोबारा प्रयोग में लाया जा सकता है। साफ दुपट्टे, रूमाल या गमछे से भी मुंह को ढका जा सकता है।
जिलाधीश ने कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए ही लाॅकडाउन और कफ्र्यू लगाया गया है। इसलिए कफ्र्यू में ढील के दौरान किसी भी स्थान पर भीड़ इकट्ठी न करें। अपने घर के बाहर भी चार से अधिक लोग इकट्ठा न हों। दूध, फल-सब्जी, राशन और अन्य आवश्यक वस्तुओं की खरीददारी करते समय भी पर्याप्त दूरी बनाए रखें। अपने खेतों और बगीचों में कार्य करते समय किसान-बागवान भी पर्याप्त दूरी कायम रखें।
डाॅ. ऋचा वर्मा ने सभी जिलावासियों से कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सरकार और प्रशासन की ओर से समय-समय पर जारी किए जा रहे निर्देशों का पालन करके कुल्लू जिला को कोरोनामुक्त बनाए रखने में अपना सहयोग देने की अपील भी की।