सरकार कर रही अनदेखी, अभी तक नही बन पाई कोई पॉलिसी
शिमला। प्रदेश में पिछले कई दिनों से भारी बारिश हो रही है, जिसके चलते प्रदेश के कई हिस्सों में भारी नुकसान देखने को मिल रहा है। बारिश और नुकसान से जुड़ी पल पल की खबरों को लोगों तक पहुंचाने का काम वेब मीडिया कर रहा है। जिसके माध्यम से लोगों को पल पल की जानकारी पहुंच रही है। कहा रोड बंद है कहा क्या स्थिति है। इन सब के जानकारी लोगों तक वेब मीडिया के माध्यम से तुरंत पहुंच रही है। प्रदेश सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू स्वयं भी लोगों को बारिश से बचने के लिए वेब मीडिया का सहारा ले रहे है। जिसके माध्यम से जनता से वे खुद अपील कर रहे है। यही नहीं प्रदेश के सभी जिलाधीश एसपी भी वेब मीडिया के माध्यम से लोगों को पल पल की जानकारी दे रहे है। वे खुद भी वेब मीडिया के माध्यम से फीडबैक लेकर कार्य कर रहे है। आपको याद होगा कि कोरोना काल में भी वेब मीडिया लोगों और सरकार का सूचना आदान प्रदान करने का बहुत बड़ा मध्यम बना था।
लेकिन वेब मीडिया का इतना महत्त्व होते हुए भी आज वेब मीडिया के लिए सरकार द्वारा कोई ठोस नीति नही बनाई जा रही है। जब जब भी इस बारे में सरकार ने कई ठोस कदम उठाया है। तब तब राजनीति हुई है और फाइल ठंडे बस्ते में चली गई है। आज अति आधुनिक युग में इसकी काफी जरूरत होने के बावजूद भी वेब मीडिया के पत्रकार उपेक्षा का शिकार है। ठोस नीति न होने के कारण उनकी स्थिति दयनीय है। सरकार द्वारा न तो वेब मीडिया के लिए दिए जाने वाले विज्ञापन के रेट बढ़ाए गए न ही विज्ञापनों की संख्या, यही नहीं दिए गए विज्ञापनों की पेमेंट भी समय पर नही दी जा रही है। वेब मीडिया के पत्रकारों को ना तो विधानसभा और न ही सरकार के विशेष कार्यक्रमों में नही बुलाया जाता है। अगर कोई पत्रकार भूले से चला जाए तो उसे लताड़ा जाता है। इतना उपेक्षित होने के बावजूद भी वेब मीडिया के पत्रकार आजकल बारिश के दिनों में अपने काम में डेट हुए है और लोगों और सरकार तक पल पल की खबर तस्वीरों और वीडियो के माध्यम से पहुंचा रहे है। यही नहीं प्रिंट और इलेक्ट्रोनिक मीडिया के प्रबुद्ध पत्रकार भी अपनी अखबारों और अपने चैनलो के लिए वेब मीडिया से खबरे चुराकर अपनी नौकरी बजा रहे है। वेब मीडिया एसोसिएशन हिमाचल प्रदेश सरकार से अपील करती है की वेब मीडिया को अनदेखा न किया जाए और इसके लिए ठोस नीति अपनाई जाए।