सुलह विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक जगजीवन पाल ने आज विधानसभा के स्पीकर और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार को निशाने पर लेते हुए कहा कि विपिन परमार ने जो भ्रष्टाचार किए थे उन सभी मामलों की एसआईटी की जांच होनी चाहिए ।।उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल ने नैतिकता के आधार पर ही इस्तीफा दे दिया था तो विपिन परमार के ऊपर कोई कार्यवाही क्यों नहीं हुई ।
उन्होंने कहा कि विपिन परमार अपने पद से इस्तीफा दे और सरकार उनके ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करे। इसी के साथ उन्होंने कहा कि जिस तरह से उन्होंने भ्रष्टाचार किया है उन्हें अरेस्ट किया जाना चाहिए और घोटालों की छानबीन की जानी चाहिए।
इतना ही नहीं जगजीवन पाल ने पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार को भी निशाने पर लिया और कहा कि परमार ने पूरे सुलह विधानसभा को भ्रष्टाचार कर कर कलंकित किया है लेकिन आज तक शांता कुमार ने इस मामले के ऊपर चुप्पी क्यों नहीं तोड़ी ।।।विपिन परमार सलाखों के पीछे क्यों नहीं गए इस बात की स्पष्टीकरण शांताकुमार जनता के बीच को दें कि उन्होंने इस तरह की कोई बात क्यों नहीं रखी । उन्होंने कहा कि हिमाचल में तो लूट मची है सुलह में तो भयंकर लूट मची है कहा की विपिन परमार की धर्मपत्नी जो कि पेशे से टीचर है पिछले 5 सालों में कितनी बार स्कूल गई,, तबादला घोटाला कैसे यहां पर सक्रिय हुआ और एक पैरा टीचर से टीचर बनी एक अध्यापक के पास करोड़ों रुपया कहां से आ गया,,इसकी जांच हो।।।अनहोनेबकाहा आज की तारीख में लोगों में परमार और उनकी पत्नी पैसे बांट रही है उसका भी जवाब दिया जाए कि यह पैसा कहां से आ रहा है इस तरह से जगजीवन पाल ने आज गंभीर आरोप विधानसभा के अध्यक्ष परमार उनकी पत्नी और शांता कुमार के ऊपर लगाएं