दिल्ली में हिमाचल प्रदेश सरकार के उप आवासीय आयुक्त विवेक महाजन ने आज नई दिल्ली में बताया कि नौकरी के लिए यहां आए जिला मण्डी की तहसील सरकाघाट के निवासी जोगिन्द्र सिंह, महिपालपुर के एक होटल में फंसे हुए थे तथा उनके पास खाने तथा होटल का किराया देने के पैसे नहीं थे। उन्हें हिमाचल सोशल बाॅडीज फेडरेशन के सहयोग से दिल्ली के कर्मपुरा स्थित आश्रय गृह में रखा गया है। यह फेडरेशन पहले ही लाहौल-स्पीति तथा कुल्लू जिलों से संबंधित अन्य छह व्यक्तियों को निःशुल्क आश्रय तथा खाना प्रदान कर रहा है।
विवेक महाजन ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में फंसे गैर हिमाचली लोगों की सहायता के लिए आवासीय आयुक्त कार्यालय अन्य राज्यों के उपायुक्तों के साथ भी समन्वय स्थापित कर रहा है। उन्होंने कहा कि आज ऐसे 28 व्यक्तियों की सहायता के लिए कदम उठाए गए हैं। हेल्पलाईन से जुड़े कर्मचारी अधिकतम लोगों की सहायता के लिए दिन रात कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विशेष रसोई घरों का संचालन किया जा रहा है तथा विभिन्न एसोसिएशन तथा व्यक्तियों द्वारा विभिन्न स्थानों पर दिल्ली में जरूरतमंद या फंसे हुए लोगांे की सहायता की जा रही है। इसके अतिरिक्त, हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों के अनुसार आवश्यक चिकित्सा आपूर्ति के लिए स्वीकृतियां प्राप्त की जा रही हैं तथा शिमला भेजने के प्रबन्ध किए जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर प्रतिदिन राहत कार्य की स्वयं निगरानी कर रहे हैं तथा सभी आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर रहे हैं।