कोरोना वायरस के संभावित खतरे को देखते हुए सब्जियों को ढोने वाली गाड़ियों के ड्राईवरों को भी क्वारंनटाईन पर रखने की लोगों द्वारा मांग की जा रही है । लोगों का कहना है कि दिल्ली की आजादपुर मंडी में करीब 5 दिन पहले एक आढ़ती की कोरोना वायरस के संक्रमण से मौत हो गई थी जिससे लोगों को अन्य राज्यों में जाने वाली गाड़ियों के चालकों से भय होने लगा है ।
बता दें कि सरकार के निर्देशानुसार प्रशासन और कृषि विभाग द्वारा किसानों की सब्जियों को चण्डीगढ़, दिल्ली, मुम्बई इत्यादि मंडियों में ले जाने के लिए परमिट जारी किए गए है और राजगढ़ क्षेत्र से इन दिनों मटर और फूल गोभी लेकर प्रतिदिन 15 से 20 गाड़ियां देश की विभिन्न मंडियों में जा रही है । इस दौरान ड्राईवर सब्जी मंडियों में अनेक लोगों से मिलते हैं । राजगढ़ क्षेत्र के बुद्धिजीवी वर्ग का कहना है कि प्रशासन द्वारा अपर शिमला से पैदल आए मजदूरों को केवल एहतियात के तौर पर क्वारंटाईन में रखा गया था जबकि वह पूर्णतया स्वस्थ थे ।
परंतु जो ड्राईवर गाड़ियों के साथ अन्य राज्य जा रहे हैं उनका वापिस अपने क्षेत्र में आने पर कोई मेडिकल चैकअप नहीं हो रहा है और एहतियात के तौर पर अभी तक किसी भी ड्राईवर को क्वारंनटाईन पर नहीं रखा गया है ।
उप निदेशक कृषि विभाग सिरमौर डॉ0 कौशिक ने बताया कि राजगढ़ क्षेत्र से किसानों की सब्जियों को मंडियों तक पहूंचाने के लिए करीब 50 गाड़ियों को परमिट जारी किए गए हैं । उन्होने बताया कि अन्य राज्यों में जाने से पहले ड्राईवरों को मास्क पहनने तथा गाड़ी को सेनेटाईज करने के अतिरिक्त गाड़ी में केवल एक आदमी को बिठाने के निर्देश दिए गए हैं । उन्होने बताया कि वापिस आने पर प्रदेश की सीमा पर ड्राईवरों का रूटिंन चैक अप भी किया जाता है ।