बंजार में कुल्लवी साड़ी की लाॅंचिंग , जल्द उतरेगी बाजार
देश- प्रदेश में की जाएगी कुल्लवी साड़ी की मशहूरी
55 दिव्यांगजनों को वितरित किए सहायक उपकरण
कुल्लू 2 अप्रैल । रेडक्राॅस पीड़ित मानवता और जरूरतमंद लोगों की भलाई के लिए है। अधिक से अधिक लोग रेडक्राॅस से जुड़ें और यथाशक्ति आर्थिक अंशदान करें। यह बात हिमाचल प्रदेश रेडक्राॅस सोसायटी की उपाध्यक्ष डा. साधना ठाकुर ने आज बंजार में विशेष रूप से सक्षम लोगों के लिए जिला रेडक्राॅस सोसायटी द्वारा आयोजित निःशुल्क सहायक उपकरण वितरण शिविर की अध्यक्षता करते हुई कही।
उन्होंने कहा कि भविष्य में रेडक्राॅस के शिविर उपमंडल व खंड स्तरों पर भी आयोजित किए जाएंगे और इस दौरान बहुविशेषज्ञ स्वास्थ्य तथा रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में रक्त की हमेशा कमी रहती है और इसे पूरा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग को समय-2 पर रक्त शिविरों का आयोजन करना चाहिए। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे रक्त दान के लिए आगे आएं क्योंकि इस से े स्वास्थ्य पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है तथा कुछ ही दिनों में रक्त की पूर्ति हो जाती है।
मोबाईल स्तन व कैंसर जांच वाहन को गांव तक ले जाएगा स्वास्थ्य विभाग
डा. साधना ने कहा कि महिलाओं में स्तन तथा बच्चादानी कैंसर की समस्या बढ़ रही है और विशेषकर गांवों में महिलाएं अपनी बीमारी को बताने में संकोच करती हैं जिससे समस्या गंभीर हो जाती है। उन्होंने कहा कि कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का आरंभिक अवस्था में पता चल जाने पर उपचार संभव है अन्यथा एक दिन भी बर्वाद करना जान पर भारी पड़ सकता है।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से मोबाईल स्तन व कैंसर जांच वाहन को गांव तक ले जाकर महिलाओं में बीमारी का पता लगाने को कहा। इसके अलावा महिलाओं में खून की कमी की भी बहुत शिकायतें हैं, इसके बारे में महिलाओं को खान-पान बारे भी जागरूक किया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि शरीर एक मंदिर है इसे स्वच्छ व स्वस्थ रखना जरूरी है तभी हम अपने परिवार, समाज और देश को सुदृढ़ बना सकते हैं। उन्होंने युवाओं में फास्ट फूड के उपयोग की बढ़ती प्रवृति पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि हमारे स्थानीय पराम्परिक आहार स्वास्थ्यवर्धक हैं और इसका ही उपयोग करना चाहिए ताकि बीमारियों से बचा जा सके।
डा. साधना ने कहा कि प्रदेश सरकार की अनेक कल्याणकारी योजनाएं हैं। जिनका लाभ प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचना चाहिए। इसके लिए बहुदेश्शीय शिविरों का आयोजन ग्रामीण स्तर तक किया जाना चाहिए ताकि कोई भी पात्र व्यक्ति सरकार की योजनाओं के लाभ से वंचित न रहे।