हिमाचल के दुर्गम जिला लाहुल स्पीति के मडग्रां में योर उत्सव हर्षोल्लास से मनाया गया। मडग्रां में योर उत्सव के दूसरे दिन रविवार को स्थानीय ग्रामीण अपने अपने घरों में सुबह पूजा अर्चना के बाद कुम्भ के लिए प्रस्थान करते हैं।
उसके बाद कुम्भ में मुखोटे और खाल व्यक्ति ठाकुर साहब के कपड़े पहनकर चिह्नित जगह पर जाकर पूजा अर्चना करके बर्फ के लिंग का परिक्रमा करते हुए नाचते हैं। कुछ परिवारों में पितरों को फूल अर्पित करके ठाकुर साहब से आशीर्वाद लिया जाता है।
यह उन परिवार के लिए होता है जिन्होंने इस त्योहार के लिए खर्च प्राचीन समय से योर खर्च डाला हुआ होता है। जैसे ठाकुर परिवार, बाजीर परिवार, सरनगा परिवार, भौमता परिवार आदि उसके उपरांत सुरगणी खेल खेला जाता है और प्रसिद्ध करगो राग में नृत्य किया जाता है।