स्वारघाट से सूभाष चंदेल
हेमा देवी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मायका पक्ष का है आरोप है कि उनकी बेटी ने आत्महत्या नहीं की है बल्कि उनके दामाद व उसके परिजनों ने उसकी मिलकर हत्या की है।
आरोपी पति को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया जहाँ से उसे तीन दिन का पुलिस रिमांड मिला है।
जिला बिलासपुर के घुमारवीं शहर के साथ लगते गांव पटटा में एक विवाहिता की घर पर फंदे पर झूलती हुई महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई lपुलिस ने उसके पति को हिरासत में ले लिया है। तथा मायके पक्ष की शिकायत के आधार पर दर्ज मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की है। गत रात्रि हेमा देवी व उसके परिवार के सदस्य खाना खाकर अपने कमरे में चले गए। करीब दस बजे हेमा के पति आशीष ने देखा कि काफी देर तक जब कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो उसने सोचा कि वह कपडे आदि प्रेस कर रही है। लेकिन जब काफी देर तक कमरे का दरवाजा नहीं खुला । तो उसने जबरन खोला तो उन्होंने हेमा को फंदे से लटकते हुए पाया। उन्होंने उसे तुरंत घुमारवीं अस्पताल पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उधर, इस घटना का पता चलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। उधर, जैसे ही 24 वर्षीय विवाहिता हेमा के माता पिता व परिवार के अन्य सदस्यों को इस बात का पता चला तो वह तुरंत घुमारवीं पहुंचे। बताया जा रहा है कि छह माह पहले आशीष का विवाह स्वाहण की हेमा के साथ हुआ था। पुलिस में दर्ज शिकायत में विवाहिता के पिता भाग सिंह निवासी भुवाई ने आरोप लगाया है कि आशीष व उसकी सास रोशनी देवी उसके साथ मारपीट व उसे दहेज के लिए प्रताडित करते थे। यह बात उसने मोबाईल फोन पर अपने भाई शिव कुमार को भी बताई थी व उसे ले जाने की बात कही थी।
इस मामले के संदर्भ में पुलिस प्रवक्ता हेडक्वार्टर बिलासपुर डीएसपी मदन ने पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस ने विवाहिता के पिता भाग सिंह की शिकायत के आधार पर आईपीसी की धारा 498ए, 306,504 , 506 व दफा 34 के तहत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया जहां से उसे 3 दिन का पुलिस रिमांड मिला है l
उन्होंने कहा कि यह मामला आत्महत्या का है या फिर हत्या से जुड़ा है पुलिस हर पहलू को मध्य नजर रखते हुए छानबीन कर रही है।
इसके साथ ही हेमा के परिजनों का कहना ठगा कि दहेज को लेकर हेमा के ससुराल वाले उसे तंग करते थे तो उनके दामाद आशीष के अन्य महिलाओ के साथ भी प्रेम प्रसंग थे जिसकारण उनकी बेटी परेशान रहती थी।उन्होंने सरकार से बेटी को इंसाफ दिलवाने की मांग की है ताकि उनकी बेटी की आत्मा को शांति मिल सके।