मिलिए जिला हमीरपुर की रहने वाली शैलजा चंदेल से जिन्होने कोरोना वायरस की दवाई निर्माण में प्रेक्टिकल के लिए अपना शरीर देने की घोषणा की है। शैलजा ने सरकार से गुहार लगाई है की गर सरकार को मानव शरीर चाहिए तो वह अपना शरीर देना चाहेंगी।
उन्होंने #nation_First का तर्क देते कोरोना की आपदा भरी इस घड़ी में अपनी भूमिका निभाने की हिम्मत दिखाई है।
हिम्मत और समर्थन देने की अपील की है सम्पूर्ण भारत की जनता से :शैलजा
देश में ऐसा युवा जो अपने तक सीमित न रह कर समाज देश हित के लिए सोचते है और उसके लिए करने का जज्बा रखते है तभी देश बड़ा होता है।बता दे शैलजा पहली हिमाचली बेटी है जिन्होंने मानव शरीर कोरोना दवाई के प्रेक्टिकल के लिए देने की घोषणा की है।