हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल चूड़धार के जंगलों में भारी बर्फ जमी होने के कारण 14 अप्रैल से पवित्र धाम यात्रा शुरू होने पर संशय पैदा हो गया है। प्रशासन की ओर से करीब 2 सप्ताह पहले एक सूचना जारी की गई थी, जिसमें 14 अप्रैल से मंदिर के कपाट खोलने और चूड़धार यात्रा शुरू करने का ऐलान किया गया था।
सूचना जारी होने के बाद चूड़धार में करीब 5 दिन तक भारी बर्फबारी हुई थी, जिसके कारण चूड़धार में 5 से 7 फीट बर्फ जम गई थी। अभी भी चूड़धार में 3 से 5 फीट बर्फ जमी हुई है। रास्ते में भारी बर्फ जमी होने के कारण यात्रियों को चूड़धार पहुंचने में भारी दिक्कतें पेश आ सकती हैं।
मैदानी क्षेत्र से आने वाले श्रद्धालुओ की बढ़ेंगी मुश्किलें
अधिकतर श्रद्धालु नौहराधार के रास्ते से चूड़धार पहुंचते हैं। इस रास्ते पर तीसरी नामक स्थान से आगे रास्ते में अभी भी 3 से 5 फीट बर्फ जमी हुई है। मैदानी क्षेत्र से आने वाले श्रद्धालु इसी रास्ते से चूड़धार जाते हैं। मैदानी क्षेत्रों से आने वाले श्रद्धालु बर्फीले रास्तों पर चलने के अभ्यस्त नही होते हैं, इसलिए उन्हें चूड़धार पहुंचने में दिक्कतें आ सकती हैं।
14 अप्रैल को ही खुलेंगे मंदिर के कपाट
चूड़धार में चाहे कितनी ही बर्फ जमी हो, मंदिर के कपाट वैशाख संक्रांति के दिन ही खुलते हैं। इस बार 14 अप्रैल को संक्रांति के दिन मंदिर के कपाट खुलेंगे। चूड़धार यात्रा हर वर्ष एक मई से ही शुरू होती है, मगर इस बार फरवरी और मार्च में कम बर्फबारी होने के कारण प्रशासन ने 14 अप्रैल से यात्रा शुरू करने के फैसला लिया है।
SDM चौपाल चैत सिंह ने बताया कि पिछले कुछ दिन से चूड़धार में मौसम साफ चल रहा है। बर्फ तेजी से पिघल रही है। 12 अप्रैल को यात्रा पर फिर से पुनर्विचार किया जाएगा।