बोले – अब संगठन में आएगा सख्त अनुशासन
कहा- हिमाचल संगठन में कड़ा अनुशासन लागू होगा, गुटबाज़ी पर होगा सीधा प्रहार
सत्य देव शर्मा सहोड़
शिमला। 14 दिसंबर 2025 भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण और संकेतात्मक दिन के रूप में दर्ज हो गया, जब भारतीय जनता पार्टी ने नितिन नबीन को पार्टी का 15वां राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त कर राजनीतिक हलकों को चौंका दिया। यह निर्णय केवल एक संगठनात्मक नियुक्ति नहीं, बल्कि मोदी युग की राजनीति के अगले चरण की स्पष्ट घोषणा माना जा रहा है।
जाने माने अंक ज्योतिषाचार्य एवं वशिष्ठ ज्योतिष सदन के अध्यक्ष पंडित शशि पाल डोगरा ने इस नियुक्ति की पूरी अंक गणना कर एक विश्लेषण किया है। उनकी गणना कहती है कि इस नियुक्ति की तारीख और नितिन नबीन का व्यक्तित्व, दोनों ही कई गहरे संकेत देते हैं।
14 दिसंबर का योग (1+4) = 5, जिसे बुध का अंक माना जाता है। यह अंक युवाओं, रणनीति, संवाद और तेज़ निर्णयों का प्रतीक है।
नितिन नबीन की जन्मतिथि 23 मई 1980 है। जन्मतिथि का मूलांक (2+3) = 5 आता है, जो फिर से बुध का ही संकेत देता है। यह संयोग बताता है कि संगठन को चलायमान रखने, मीडिया और मैसेज मैनेजमेंट तथा रणनीतिक संवाद में उनकी भूमिका अहम होगी।
अंक शास्त्र के अनुसार, मूलांक 5 वाला नेता आदेश थोपने के बजाय रणनीति से पूरा खेल पलटने की क्षमता रखता है। ऐसे नेता तेज़ फैसले लेते हैं और अचानक बदलावों से विरोधियों को चौंका देते हैं।
नाम में छुपी अदृश्य शक्ति
नियुक्ति तिथि का कठोर संदेश: शनि का प्रभाव
पंडित डोगरा ने अंक गणना के मुताबिक कहा कि नितिन नबीन के नाम से बनने वाला नामांक 7 (केतु) संगठन में पर्दे के पीछे होने वाले बड़े बदलावों, अचानक फैसलों और कुछ चेहरों के अप्रत्याशित उदय व पतन का संकेत देता है। यह अंक स्थायित्व से अधिक परिवर्तन का प्रतीक माना जाता है, जहां परिवर्तन ही स्थायी नियम बन जाता है।
उधर, यदि पूरी तिथि 14.12.2025 का योग किया जाए (1+4+1+2+2+0+2+5 = 17, यानी 8), तो यह शनि का अंक बनता है। शनि का संदेश स्पष्ट है।
यानी, कठोर अनुशासन, जवाबदेही, संगठन पर मजबूत पकड़, भावनाओं के लिए कम और परिणामों के लिए अधिक स्थान है। वह साथ ही कहते हैं कि अंक 8 सत्ता तो देता है, लेकिन उसकी कीमत भी पूरी तरह वसूलता है।
मोदी नेतृत्व और अंकों का संगम
पंडित डोगरा के मुताबिक, भाजपा का मूल अंक 1 (सूर्य) माना जाता है, जो शीर्ष नेतृत्व, स्पष्ट दिशा और केंद्रित सत्ता का प्रतीक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मूलांक भी 8 बताया जाता है। ऐसे में कार्यकारी अध्यक्ष का मूलांक 5 होना, मोदी नेतृत्व के लिए शुभ संकेत माना जा रहा है।
यह वही राजनीतिक दर्शन है जिसे प्रधानमंत्री मोदी लगातार दोहराते रहे हैं यानी, “संगठन पहले, व्यक्ति बाद में।” नितिन नबीन की नियुक्ति इसी सोच की निरंतरता मानी जा रही है, जहां काम बोलेगा, नाम नहीं।
हिमाचल प्रदेश भाजपा पर क्या होगा असर?
पंडित शशिपाल डोगरा के अनुसार, इस नियुक्ति का असर हिमाचल प्रदेश भाजपा पर भी स्पष्ट रूप से देखने को मिलेगा। यहां पर जहां संगठन में कड़ा अनुशासन लागू होगा, वहीं गुटबाज़ी पर सीधा प्रहार होगा। निष्क्रिय नेताओं की छुट्टी संभव है और पद और टिकट अब निष्ठा से नहीं, प्रदर्शन के आधार पर मिलेंगे। युवा, आक्रामक और ज़मीनी नेताओं को आगे बढ़ाया जाएगा, जबकि “सेफ खेलने” वाले नेता पीछे छूट सकते हैं।
2027 का संकेत: चौंकाने वाले फैसले संभव
उनके मुताबिक, 2027 का अंक योग (2+0+2+7 = 11, यानी 2) चंद्रमा का अंक माना जाता है, जो भावनात्मक उथल-पुथल और अप्रत्याशित निर्णयों का संकेत देता है। ऐसा भी संभव है कि नाम किसी का हो और टिकट या बड़ा पद किसी और को मिल जाए, जिससे बड़े-बड़े नेता भी अचंभित रह जाएँ।
भाजपा अब सख्त, तेज़ और परिणाम-आधारित राजनीति के रास्ते पर
पंडित डोगरा की अंक गणना कहती है कि मूलांक 5 की चाल, नामांक 7 की रणनीति, अंक 8 का कठोर अनुशासन और प्रधानमंत्री मोदी का नेतृत्व, यह संयुक्त संकेत बताता है कि भाजपा अब सख्त, तेज़ और परिणाम-आधारित राजनीति के रास्ते पर पूरी मजबूती से आगे बढ़ रही है। यानी, अब राजनीति में वही टिकेगा, जो दिमाग, दम और ज़मीन, तीनों पर खरा उतरेगा।
कुल मिलाकर इस फैसले के जरिए भाजपा ने साफ संकेत दे दिया है कि अब संगठन में युवाओं को अवसर, अनुशासन को प्राथमिकता और रणनीति आधारित राजनीति को और मजबूती दी जाएगी। पार्टी अब केवल भावनाओं पर नहीं, बल्कि सटीक गणना, तेज़ निर्णय और परिणाम आधारित कार्यशैली पर आगे बढ़ेगी।










