वहीं, अगर आपातकाल में कोई बीमार हो जाए और उसके तुरंत जरूरी टेस्ट करने पड़ें तो यह एप बहुत ही कारगर है। इसका सबसे अधिक प्रयोग हेल्थ और इंश्योरेंस सेक्टर में किया जा सकता है। क्योंकि इंश्योरेंस कंपनियों को अपने कस्टमर का तुरंत स्वास्थ्य जांचना है तो वह इस एप की मदद ले सकती हैं। आईआईटी मंडी में इस स्टार्टअप को शुरू करने वाले मुकेश महात्रे और आईआईटी मंडी इनोवेशन हब के बिजनेस विकास अधिकारी साहिल ने बताया कि यह एप बिल्कुल अलग है, क्योंकि अब तक जो भी मेडिकल एप बनी हैं, वह शरीर को टच करके ही रिजल्ट बताती हैं।
सबसे पहले इस एप को मोबाइल पर इंस्टॉल किया जाता है और इसमें जरूरी डाटा भरा जाता है। इसके बाद मरीज पर इसका प्रयोग किया जा सकता है। इस एप का सेंसर युक्त कैमरा खुल जाने पर इसकी एंबिएंट लाइट मरीज के चेहरे और खून की नसों पर करीब एक मिनट तक पड़ती है। वहीं कुछ लाइट शरीर से कैमरे में आकर महत्वपूर्ण जानकारी देती है, जिसे मेडिकल पैरामीटर के मुताबिक समझा जा सकता है कि शरीर में किसी चीज की कमी है और कौन सी चीज अधिक है।
इस एप को बनाने के बाद इसके परिणाम पता किए गए तो करीब सौ लोगों पर यह चेक किया गया। उनके डाटा की मेडिकल पैरामीटर और अन्य उपकरणों से तुलना की गई तो यह बिल्कुल सटीक मिला। ऐसे में इस एप कोे आईआईटी मंडी के इनोबेशन हब ने पूरी तरह से एक बेहतर मेडिकल एप के रूप में तैयार करने का दावा किया है। आगे इसे और भी अधिक फीचर से लैस किया जाएगा।