मध्यप्रदेश के सीधी में मंगलवार को हुए एक दर्दनाक हादसे में करीब 60 यात्रियों से भरी एक बस 22 फुट गहरी बाणसागर नहर में गिर गई। खबर लिखे जाने तक 47 शव मिल चुके थे, जबकि सात लोग बचा लिए गए। बस का ड्राइवर खुद तैरकर बाहर आ गया। उसे हिरासत में लिया गया है। अधिकारियों ने कुछ शवों के बह जाने की आशंका जताई है, जिनकी तलाश देर रात जारी थी। पुलिस के मुताबिक, बस में 32 लोग बैठाए जा सकते थे, लेकिन इसमें 60 यात्री भर लिए गए थे। बस को सीधी मार्ग पर छुहिया घाटी से होकर सतना जाना था, लेकिन यहां जाम की वजह से ड्राइवर ने अपनी मर्जी से रूट बदल दिया। वह नहर के किनारे से बस ले जा रहा था। यह रास्ता काफी संकरा है। इसी दौरान ड्राइवर ने नियंत्रण खो दिया और बस नहर में समा गई।
जिस वक्त हादसा हुआ, तब नहर में बहाव तेज था। लिहाजा यात्रियों को संभलने का मौका नहीं मिला। हादसे में बचे यात्रियों ने बताया कि ड्राइवर काफी स्पीड में बस चला रहा था। लोगों ने उससे कई बार रफ्तार कम करने को कहा, लेकिन वह नहीं माना। इसी दौरान उसने कंट्रोल खो दिया और बस नहर में गिर गई। जितने भी लोग बस से बाहर आ पाए, वे सभी पीछे की सीटों पर बैठे थे। मृतकों में 12 छात्र भी थे। ये सभी रेलवे की परीक्षा देने सतना जा रहे थे। मध्य प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए की सहायता देने का ऐलान किया है।










