उपनिदेशक पशु स्वास्थ्य एवं प्रजनन डॉ राजेश सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला स्तरीय विश्व रेबीज दिवस पशुपालन विभाग द्वारा 28 सितंबर को मनाया जाएगा। इस दिवस का मुख्य उद्देश्य रेबीज बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करना है।
उन्होंने बताया कि पशु कल्याण एवं पशु जन्म दर नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत एनिमल बर्थ कंट्रोल व एंटी रेबीज टीकाकरण का आयोजन एक सप्ताह( 28 सितंबर से 4 अक्टूबर) तक पूरे जिला में मनाया जाएगा। सप्ताह के दौरान जिला के सभी आवारा कुत्तों को निशुल्क टीकाकरण किया जाएगा।
उन्होंने जिले में नगर परिषद व नगर पंचायत के अध्यक्ष और सभी ग्राम पंचायतों के प्रधानों से आह्वान किया है कि वे इस पखवाड़े में अपने इलाके के सभी आवारा कुत्तों में एंटी रेबीज वैक्सीन का टीकाकरण करवाने में सहयोग करें। ताकि रेबीज जैसी बीमारी से बचा जा सके।
उन्होंने यह भी बताया कि प्रतिवर्ष भारत में इस रेबीज बीमारी के कारण लगभग 20 हजार लोगों की मृत्यु हो जाती है जिसका मुख्य कारण लोगों मेें इस बीमारी के प्रति अज्ञानता का होना है मुख्यतः यह बीमारी कुत्तों के काटने से होती है।
डॉ राजेश सिंह ने जिले के सभी ग्राम पंचायत के प्रधानों से यह भी आह्वान किया है कि वे अपनी पंचायतों में आवारा कुत्तों की नसबंदी अपने नजदीकी पशु चिकित्सालय में करवाएं ताकि जिला में आवारा कुत्तों की बढ़ोतरी पर अंकुश लगाया जा सके।