नहीं हो रहे आपके कार्य, रहते है बीमार या दिखते है पूर्वज सपने में तो डरिये मत आज है पोष अमावस्या। करें अपने पितरो के लिए यह उपाय जिन्हें करने से छुटकारा मिल सकता है और व्यक्ति को सुख-शांति की भी प्राप्ति हो सकती है। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
पौष अमावस्या के दिन इस समय करें श्राद्ध
पितरों का श्राद्ध करने के लिए सुबह 11 बजकर 30 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजे तक के बीच का समय उत्तम माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि अमावस्या पर दोपहर के समय पितृ अपने वंशज के बीच आकर उनसे अन्न-जल की उम्मीद करते हैं। ऐसे में इस समय किया गया श्राद्ध कुल 7 पीढ़ियों के पूर्वजों को तृप्त करता है और पूर्वजों को भी मोक्ष की प्राप्ति होती है।
पीपल के पेड़ की जरूर करें पूजा
ऐसी मान्यता है कि पितृ दोष के कारण घर-परिवार में कभी तरक्की नहीं होती है। साथ ही मांगलिक कार्यों में भी बाधाएं उत्पन्न होने लग जाती है। ऐसे में पौष अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ में जल के साथ-साथ दूध,चावल, काले तिल (काले तिल के उपाय) मिलाकर अर्पित करें। संध्या के समय पीपल के पेड़ के पास तेल का दीपक जलाएं। इससे जीवन में चल रही परेशानियां दूर हो सकती है और पूर्वजों के आशीर्वाद की भी प्राप्ति होती है।
घर में पितृ दोष है तो पितृ पक्ष के दौरान करें ये विशेष उपाय
पितृ दोष से छुटकारा पाने के लिए पौष अमावस्या के दिन चावल (चावल के उपाय), दूध, घी, कंबल आदि का दान अवश्य करें। ऐसा कहा जाता है कि इससे पितृ बेहद प्रसन्न हो सकते हैं और वंश वृद्धि भी होती है।
पौष अमावस्या के दिन करें गंगा स्नान करे। गंगा स्नान की वृद्धि
पौष अमावस्या के दिन गंगा स्नान करने का विशेष महत्व है। इससे आरोग्य की प्राप्ति हो सकती है और पूर्वजों को निमित्त तर्पण करने से भी लाभ हो सकता है।
पौष अमावस्या के दिन करें मंत्र जाप
पौष अमावस्या के दिन इन मंत्रों का 21 बार जाप करने से लाभ हो सकता है।
ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम:।
ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम:।
ॐ श्रीं श्रीं चन्द्रमसे नम:।