महामारी में कोरोना वारियर्स की तरह डटे हैं मीडिया कर्मी
नेशनल यूनियन आफ जर्नलीस्टस ( इंडिया) हिमाचल इकाई ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि सरकारी कर्मचारियों कोरोना वायरस की तर्ज पर कोविड 19 के दौरान डयूटि पर डटे पत्रकारों का भी पचास लाख का बीमा किया जाये।
कोरोना वायरस जिमसें स्वास्थ्य, पुलिस व अन्य सभी विभागों के कर्मचारी जो काविड 19 कोरोना वॉयरस के समय डयूटी दे रहे हैं उनका 50 लाख का बीमा किया है। लेकिन पत्रकारों को शामिल न किया जाना दूर्भाग्यपूर्ण है।
यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रणेश राणा, महिला विंग अध्यक्षा सीमा शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विशाल आन्नद, रितेश चौहान, अनिल हैडली, अशोक महाजन, देवेन्द्र ठाकुर, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य जोगिन्द्र देव आर्य, जितेन्द्र ठाकुर, सुमित, हेमन्त, श्याम लाल पुन्डीर ने संयुक्त बयान में कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा था कि इस महामारी से निपटाने में लगे समस्त योद्वाओं को 50 लाख रुपये का बीमा कवर दिया जाएगा। इसमें कहा गया था कि डयूटि के दौरान जान गवाने वाले कर्मचारी के परिवार को 50 लाख रुपये मिलेंगे।
इसमें डाक्टर, पैरामैडीकल, पुलिस, सफाई कर्मचारी व आंगनबाडी कार्यकर्ता सहित सभी पविार शामिल है जिनकी कोविड 19 में डयूटी लगी है। परन्तु इस महामारी में मीडीया के बहुत सारे साथी भी डयूटी पर तैनात हैं और अपनी जिम्मेदारी जान पर खेल कर निभा रहे हैं। पीएम मोदी ने भी अपने संबोधन में मीडीया के सकारात्मक योगदान की सराहना की थी।
उन्होने कहा कि कोरोना महामारी के प्रकोप से देशवासियों को बचाने के लिए पीएम के निर्देश पर जारी लॉकडाउन के दौरान डॉक्टर, पैरा मेडिकल स्टाफ, पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों और कर्मचारियों की तरह ही मीडियाकर्मी अपना कर्तव्य निभा रहे हैं। लेकन हिमाचल सरकार ने चौथे स्तंभ जो की मिडिया है उन्हे बीमा कवर से वंचित कर दिया गया है। जोकि गलत है।
नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्टस (इंडिया) हिमाचल प्रदेश ने मुख्यमन्त्री से मांग की है कि बीमा का जो 50 लाख का कवर सरकारी कर्मियों को दिया है उसमें हिमाचल प्रदेश के तमाम मान्यता प्राप्त, गैर मान्यता प्राप्त पत्रकारों के साथ जो वैव पोर्टल सरकार के पैनल पर है उनके पत्रकारों को भी शामिल किया जाए।
महाराष्ट्र के मुंबई में 53 पत्रकारों में कोरोना के लक्ष्ण पाए जाने के बाद पूरे देश का मीडीया जगत हिल गया है वहीं हिमाचल के दो पत्रकारों में भी कोरोना के लक्ष्ण पाए गए जो कि पंजाब की डयूटी से लौटै थे। तमिलनाडू में भी कुछ पत्रकार इस संक्रमण के शिकार हुए हैं।
इन सभी को देखते हुए आज नेशनल यूनियन आफ जर्नलीस्टस ( इंडिया) हिमाचल इकाई प्रदेश के मुख़्यमंत्री और सचिव को विज्ञापन सोपेंगे।