शिमला 12 दिसंबर । हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति ने राज्य कार्यालय संजौली में विश्व मानवाधिकार दिवस का आयोजन किया। आयोजन में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, नालंदा लाईब्रेरी, स्वाध्याय पुस्तकालय और ज्ञान विज्ञान समिति के कार्यकर्ताओं सहित 40 युवाओं ने भाग लिया। दिवस का मुख्य केंद्र नशे से युवाओं को बचाना रहा।
जिला इकाई की कार्यकारी सचिव सुमित्रा चंदेल ने स्वागत करते हुए मानवाधिकार दिवस के संदर्भ में युवाओ के अधिकारों को सुरक्षित एवं संरक्षित करते हुए रोजगार व काम के अधिकार पर बात की।
युवाओ में बढ़ते नशे पर चिंता करते हुए शिक्षा विभाग के समग्र शिक्षा अभियान की राज्य कार्यक्रम अधिकारी डॉ0 नीति गुप्ता ने युवाओ की स्थिति पर संवाद किया। डॉ0 नीति ने आज के युवा की मानसिक स्थिति पर चर्चा करते हुए युवाओ को आत्मविश्वास बढ़ाने के नुस्खे दिए।
भारत ज्ञान विज्ञान समिति के राष्ट्रीय महासचिव डॉ ओम प्रकाश भूरेटा ने विभिन्न क्षेत्रों से आये युवा प्रतिभागियों से उनके जीवन से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करते हुए समाज में सकारात्मकता की सोच अपनाने तथा अपनी प्रतिभा के आधार पर आगे बढ़ने का संदेश दिया। राज्य सचिव सत्यवान पुण्डीर ने ज्ञान विज्ञान समिति मे युवाओ की भूमिका को रेखांकित करते हुए युवा उपसमिति का गठन किया जिसमे सिद्धार्थ, जितेंद्र, अमित, नावेद, आयुषी, अंकुश, आंचल, दुवेश, अमन, सुहाना मेहता आदि सदस्यों को शामिल किया तथा संयोजक के रूप में जिम्मेदारी अंकित दुबे को दी।
अधिवेशन का समापन करते हुए शिमला शहरी इकाई के अध्यक्ष गोविन्द चतरंटा ने कहा कि आज युवाओं के पास अनेकों विकल्प हैं और साधनों का भी पहले जैसा आभाव नहीं है, उन्हें बस धैर्य से काम लेना है और भटकाव से बचना है।
इस आयोजन में शहरी इकाई के कोषाध्यक्ष कपिल शर्मा, सेवानिवृत मनोवैज्ञानिक डॉ रवि भूषण, सर रोबिन सिन्हा, कल्याण अधिकारी विद्या चौहान, सेवानिवृत कॉलेज प्रधानाचार्य डॉ. आर.के. जिष्टू, युवा उपसमिति के राज्य संयोजक सुरेश, वन विभाग से सेवानिवृत विजय सिंह कमल, जस्वाल, नवीन शर्मा आदि विशेष रूप से मौजूद।