दिसंबर 22
हिमाचल प्रदेश के लोग लगातार दूसरे साल भी गणतंत्र दिवस पर 26 जनवरी 2022 को नई दिल्ली के राजपथ पर आयोजित होने वाले समारोह में देवभूमि की झलक नहीं देख पाएंगे। इस समारोह के लिए भेजा गया प्रदेश की झांकी का प्रस्ताव खारिज हो गया है। केंद्र सरकार ने 14 राज्यों के मॉडलों को चुना है। हिमाचल का मॉडल इनसे पिछड़ गया है। प्रदेश की ओर से विकासात्मक योजनाओं को दर्शाती झांकी का प्रस्ताव भेजा गया था। इस मॉडल को अब प्रदेश में आयोजित होने वाले समारोह में दर्शाया जाएगा। भाषा एवं संस्कृति विभाग की ओर से गणतंत्र दिवस की परेड के लिए सबसे पहले धामी गोलीकांड की झांकी का प्रस्ताव भेजा गया था।
आजादी का महोत्सव विषय पर आधारित इस प्रस्ताव में स्वतंत्रता आंदोलन को लेकर धामी में हुए गोलीकांड की विस्तृत जानकारी दी गई थी। कई अन्य राज्यों की ओर से भी स्वतंत्रता सेनानियों से जुड़े प्रस्ताव भेजने पर हिमाचल का धामी गोलीकांड पहले चरण में ही बाहर हो गया था। इसके बाद हिमाचल प्रदेश को विकासात्मक योजनाओं को लेकर प्रस्ताव तैयार करने को कहा गया था। लिहाजा, बागवानी, पर्यटन, बिजली परियोजनाओं और धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम के विकास को दर्शाता प्रस्ताव भेजा गया था। दूसरे चरण में प्रदेश का यह प्रस्ताव पास हो गया लेकिन अंतिम छंटनी में इसे भी खारिज कर दिया गया। सरकार को इसकी मौखिक सूचना मिल गई है।