प्रदेश के सरकारी स्कूलों में नॉन बोर्ड कक्षाओं के छात्रों की लिखित परीक्षाओं पर संशय बना हुआ है। प्लान बनाया जा रहा है कि अगर कोविड के मामले नहीं थमते हैं, तो ऐसे में कक्षा एक से आठवीं, नौवीं व जमा एक के छात्रों की लिखित परीक्षाएं न करवाते हुए फर्स्ट व सेकंड टर्म की असस्मेंट देकर ही अगली कक्षा में प्रोमोट किया जा सकता है।
इसके अलावा अगर सहमति नहीं बनती है, तो ऑनलाइन परीक्षा करवाने का ऑप्शन भी विभाग की ओर से दिया जा सकता है। हालांकि शिक्षा विभाग सरकार से इस पर जब तक मंजूरी नहीं मिल जाती है, तब तक कोई फैसला नहीं लेगी। अगर सरकार ने सहमति दी तो लिखित परीक्षा न करवाकर दूसरे विकल्प से छात्रों को अगली कक्षा में बैठाया जा सकता है।
दरअसल संक्रमण के इस दौर में जब अभिभावक अभी भी छात्रों को स्कूलों में नहीं भेज रहे हैं, तो फरवरी-मार्च में भी अगर संक्रमण के मामले कम नहीं हुए, तो कैसे स्कूल में परीक्षाओं के लिए भेजगे। यही सोचते हुए अब शिक्षा विभाग ने अभी से प्लानिंग करना शुरू दिया है।
जानकारी के अनुसार दसवीं व जमा दो के छात्रों की स्कूल में आकर ही फिजिकली परीक्षाएं ली जाएंगी। इसके अलावा सत्र 2020-2021 के सत्र में आठवीं, पांचवी की कक्षा भी बोर्ड नहीं मानी जाएगी। शिक्षा विभाग की ओर से साफ किया गया है कि भले ही छोटी कक्षाओं के छात्रों की फाइनल लिखित परीक्षाएं न करवाई जाएं, लेकिन फर्स्ट व सेकंड एग्जाम बेस पर ही छात्रों को पास किया जाएगा। कम अंक लेने वाले छात्रों को पास नहीं किया जाएगा। इसके अलावा विभाग की ओर से स्थिति स्पष्ट करते हुए यह भी कहा गया है कि शिक्षकों को छात्रों को पूरा सिलेबस ऑनलाइन पढ़ाना होगा।
छात्रों का आकलन समय-समय पर करना होगा। अगर किसी छात्र को ऑनलाइन स्टडी मैटीरियल नहीं मिल रहा है, तो ऐसे में ऑफलाइन स्टडी मैटीरियल भेजना होगा। बता दें कि शिक्षा विभाग ने सत्र 2020-2021 के एकेडमिक सेशन को लेकर तैयारियां करना शुरू कर दिया है।
संक्रमण की वजह से छात्रों के शैक्षणिक दिवस भी पूरे नहीं हुए हैं। नौवीं से बारहवीं तक के लिए स्कूल खोल दिएं, लेकिन अभी तक छात्र स्कूलों में नहीं पहुंच रहे हैं। यही वजह है कि यह बड़ा फैसला यहां पर शिक्षा विभाग ले सकता है, ताकि छात्रों को कोरोना वायरस से बचाया जा सके। अब भविष्य की तस्वीर क्या होगी, बाद में ही पता चलेगा।
शिक्षा विभाग के निदेशक अमरजीत शर्मा ने बताया कि पांच से 15 दिसंबर के बीच सेकंड टर्म एग्जाम पूरे हो जाएंगे। शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार से स्कूलों में सेकंड टर्म एग्जाम की प्रक्रिया को शुरू कर दिया जाएगा।
बोर्ड परीक्षाएं मार्च के अंत में होनी हैं, वहीं तैयारियां अभी कोई नहीं की हैं। यही वजह है कि अब शिक्षा विभाग बोर्ड परीक्षाओं को ही लिखित में करवाने की योजना तैयार कर रहा है। हालांकि सरकार का अंतिम फैसला क्या होता है, यह देखना अहम होगा