धू-धू कर जले रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुलते
शिमला 13 अक्तूबर । राजधानी से सटे जुन्गा में जिला स्तरीय दशहरा मेला बीती सांय को लंका दहन के साथ आरंभ हुआ। परंपरा के अनुसार तत्कालीन क्योंथल रियासत के शासक खुश विक्रम सेन की अगुवाई में राजमहल से रघुनाथ की पालकी वाद्य यंत्रों के साथ शोभा यात्रा निकाली गई जिसमें क्षेत्र के सैंकड़ों लोगों ने भाग लिया । राजा ने पूजा करने के उपरांत रावण, कुभकर्ण और मेघनाद के पुतलों के अग्नि देकर लंका दहन किया गया । इस दृष्य का सैंकड़ों की तादाद में लोगों ने आन्नद लिया । लोगों में यह भी मान्यता प्रचलित है कि लंका दहन का दृष्य देखने शनि ग्रह का प्रकोप नहीं होता है । तहसीलदार एवं मेला अधिकारी जुन्गा नरायण सिंह वर्मा ने बताया कि जिला स्तरीय मेले को आकर्षक बनाने के लिए प्रयास किए गए है । इस तीन दिवसीय मेले में महिलाओं की रस्सा कस्सी, कब्डडी, बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम व स्टार नाईट का आयोजन किया जा रहा है । इसके अतिरिक्त मेले के अंतिम दिन विशाल दंगल का आयोजन किया गया है जिसमें महिला कुश्ती आकर्षक का केद्र रहेगी ।
ं इस मौके पर भाजपा नेत्री एवं राजमाता विजय ज्योति सेन, पंकज सेन, स्थानीय पंचायत प्रधान बंसी लाल कश्यप सहित मेला समिति के अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे ं।