हिमाचल प्रदेश में बिलासपुर जिले के नम्होल स्थित कामधेनु संस्था को पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य पालन मंत्रालय ने बेस्ट मिल्क कोऑपरेटिव सोसायटी घोषित किया गया है। इस संस्था को 26 नवंबर को केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला आंनद गोपाल रत्न पुरस्कार से सम्मानित करेंगे। गुजरात में होने वाले कार्यक्रम में यह पुरस्कार कामधेनु संस्था के अध्यक्ष नानक चंद ग्रहण करेंगे।
कामधेनु प्रदेश की एक ऐसा मात्र संस्था है, जिसे यह पुरस्कार मिलने जा रहा है। संस्था प्रदेश के विभिन्न जिलों को दूध की निरंतर सप्लाई गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए कर रही है। इस कार्य में 5400 दुग्ध उत्पादक परिवार लगे हैं। महिलाएं कामधेनु के साथ जुड़ने के बाद आर्थिक रूप से संबल हुई हैं।
संस्था को 15 अप्रैल, 2012 को प्रदेश सरकार ने हिमाचल गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया था। वर्तमान में संस्था प्रतिदिन 35000 लीटर दूध पाश्चराइजेशन प्लांट, विभिन्न स्थानों पर चार मिल्क कलेक्शन सेंटरों पर एकत्रित कर रही है। इसकी सप्लाई प्रदेश के पांच जिलों बिलासपुर, हमीरपुर, मंडी, सोलन और शिमला में की जा रही है। कामधेनु संस्था की स्थापना 29 नवंबर, 2001 को हुई थी।