हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू में अर्ली वैरायटी की खुमानी ने मंडियों में दस्तक दे दी है। गुरुवार को सब्जी मंडी में खुमानी 50 रुपये प्रतिकिलो तक बिकी। कोरोना और महंगाई के बीच यह बागवानों के लिए राहत की बात है। जिले में खुमानी की फसल गत वर्ष के मुकाबले 40 फीसदी तक कम है, लेकिन सीजन की शुरुआत में मंडियों में खुमानी के दाम आसमां छू रहे हैं। ऐसे में कोरोना काल में बागवानों को खुमानी मालामाल करेगी। प्लम सीजन के पहले खुमानी के बेहतर दाम मिलने से बागवानों के चेहरे खिल उठे हैं। हालांकि, बागवानों को फसल के अच्छे दाम मिलने की उम्मीद न के बराबर थी। फसल कम होने के चलते दामों में उछाल आया है।
जिले के निचले क्षेत्रों में ही अभी खुमानी की फसल तैयार है। मंडियों में भुंतर, बजौरा, शाढ़ाबाई, कलैहली, हुरला, जिया, तलोगी, शमशी, मौहल आदि क्षेत्रों से ही फसल पहुंच रही है। कुल्लू में खुमानी का उत्पादन बागवान ऊंचे इलाकों में भी करते हैं। बागवान वेदराम, मोहन लाल, दुनीचंद, रामकृष्ण, अजय, प्रीतम, जीवन, प्रेमचंद ने कहा कि मौसम की बेरुखी के कारण सूखे की चपेट में आने से खुमानी के उत्पादन में कमी जरूर आई है, लेकिन शुरुआती दिनों में दाम अच्छे मिलने से बागवानों को आर्थिक नुकसान होने की चिंता कम हुई है। इस संबंध में कुल्लू और स्नोअर वैली आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष खुशहाल ठाकुर ने कहा कि कुल्लू में खुमानी सीजन शुरुआती दिनों में है, लेकिन बागवानों को उनकी फसल के 40 से 50 रुपये प्रतिकिलो तक दाम मिल रहे हैं।