हिमाचल प्रदेष राज्य सहकारी बैंक के निदेषक मंड़ल की बैठक बैंक के मुख्य कार्यालय, षिमला में सम्पन्न हुई। इस बैठक की अध्यक्षा बैंक के चेयरमैन श्री देविन्द्र श्याम ने की। इस बैठक ने बैंक व्यवसाय व नीति निर्धारण से जुडे़ विभिन्न मामले निदेषक मंड़ल के समक्ष चर्चा व स्वीकृति हेतु प्रस्तुत किए गए। बैंक द्वारा चालू वित वर्ष के दौरान व्यवसाय संबंधी आंकड़े, भारतीय रिजर्व बैंक, नाबार्ड व पंजीयक सहकारी सभायें, हि.प्र. को संप्रेषित विभिन्न सामयिक विवरणियों का लेखा-जोखा भी निदेषक मंड़ल के समक्ष पेष किया गया जिस पर उन्होंने अब तक की गई प्रगति पर संतुष्टि व्यक्त की और आगामी अवधि में व्यवसाय लक्ष्यों को समयबद्ध पूरा करने बारे निर्देष दिया।
इस बैठक की जानकारी देते हुए बैंक के अध्यक्ष श्री देविन्द्र श्याम ने कहा कि बैंक का हमेषा प्रयास रहा है कि बैंक अपने ग्राहकों को नई-2 ऋण योजनाओं के माध्यम से उनकी आवष्यकताओं के अनुसार ऋण सुविधा प्रदान कर स्वरोजगार के अवसर प्रदान करे।
उन्होंने आगे जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेष सरकार द्वारा चलाई जा रही राजीव गांधी स्वरोजगार योजना को बैंक द्वारा संचालित करने बारे भी बोर्ड द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई। इस योजना के माध्यम से बैंक एक करोड़ रूपये तक की ऋण योजनाओं हेतु नाबार्ड द्वारा तय सी.एम.ए. शर्तों के मुताबिक अधिकतम 60 लाख तक की ऋण सुविधा प्रदान करेगा। इस ऋण योजना के तहत संभावित ऋण-धारकों को 25 प्रतिषत से लेकर 35 प्रतिषत तक की निवेष उपदान की सुविधा भी प्रदान की जाएगी। साथ ही कुछ ऋण घटकों में ब्याज अनुदान भी उपलब्ध होगा। इस ऋण योजना के तहत प्रार्थी को ई-वाहन/ई-ट्र्क, ई-बस, ई-टैंपो ट्र्ैवलर के लिए 50 प्रतिषत निवेष उपदान के साथ दंत चिकित्सा सुविधा और मत्स्य कारोबार इत्यादि स्वरोजगार स्थापित करने के लिए ऋण सुविधा दी जाएगी। साथ ही 5 प्रतिषत की दर से शुरूआती तीन साल तक ब्याज उपदान की सुविधा भी होगी, लेकिन यह सुविधा ई-वाहन ऋणों पर उपलब्ध नहीं होगी।
बैंक ने अपनी षिक्षा ऋण योजना में संषोधन करते हुए ऋण सीमा में भी बढ़ौतरी की । अब इस योजना के तहत षिक्ष़्ाारत युवाओं को देष में स्थापित मान्यता प्राप्त षिक्षण संस्थानों से डिप्लोमा/डिग्री हेतु अधिकतम 30 लाख तक और विदेषी षिक्षण संस्थानों से डिप्लोमा/डिग्री हेतु अधिकतम 40 लाख तक की ऋण सुविधा प्रदान की जाएगी।
इस बैठक में निदेषक मंडल सदस्यों सर्व श्री पीतांबर नेगी, राम सिंह चंब्याल, केषव नायक, भारत भूषण मोहिल, प्रियब्रत शर्मा, पवन चौहान, डॉ. जगदीष चंद्र शर्मा, सुनील शर्मा, हरिकृष्ण हिमराल, लाल सिंह कौषल, ललित ठाकुर, विक्रम नेगी, संजय चौहान, विजय ठाकुर, एल.आर.वर्मा, नाबार्ड क्षेत्रिय कार्यालय के प्रभारी डॉ. अजय.के.सूद मुख्य महा-प्रबंधक के अतिरिक्त बैंक के प्रबन्ध निदेषक श्रवण मान्टा उपस्थित रहे।