चैडी गांव के नरेंद्र ठाकुर ने मॉडिफाई की गाड़ी।गाड़ी में चार कैबिन बनाए गए हैं, यात्रियों का नहीं होगा एक-दूसरे से संपर्क।
शिमला
लॉकडाउन में देश व प्रदेश का युवा इंटरनेट सहित अन्य गतिविधियो में अपना समय व्यतीत कर रहा है, वहीं शिमला के एक युवा ने फिजिकल डिस्टेंसिंग कार बना दी है। यह हिमाचल की पहली ऐसी कार है,(सम्भवतः देश की पहली ऐसी कार) जिसमें लोग सफर कर कोरोना संक्रमण से बच सकते हैं,सुरक्षित रह सकते हैं।सक्रंमण से बचने के लिए कार में चार कैबिन बनाए गए है।सभी कैबिन अलग-अलग हैं।
राजधानी शिमला के साथ लगते चैडी गांव के नरेंद्र ठाकुर ने अपनी कार में ऐसी व्यवस्था की है, जिसमें फिजिकल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन हो सकता है। कार में चार कैबिन बनाए गए है। दो कैबिन आगे हैं और दो पीछे। कैबिन बनाने के लिए ट्रांसपेरेंट शीट का प्रयोग किया गया है, जिसे ग्रिल के माध्यम से फिक्स किया गया है।
गाड़ी को तैयार करते समय यह पूरा ध्यान रखा गया है कि इसमें अगर कोई व्यक्ति सफर करे, तो उनके बीच कोई आपसी संपर्क न हो, और वे सक्रंमण से बच सकें।
हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बाद पब्लिक ट्रांसपोर्ट का संचालन पूरी तरह से बंद है, मगर नरेंद्र की गाड़ी जरूर कोरोना को ठेंगा दिखाने में कामयाब होगी। यह प्रयोग दूसरे वाहन चालकों और आपरेटरों के लिए भी एक नज़ीर साबित होगा।