दिल्ली/मंडी। हिमाचल प्रदेश के मंडी संसदीय क्षेत्र के पूर्व संसद रहे रामस्वरूप शर्मा की मौत के मामले में एक नया ट्विस्ट आ गया है। एक तरफ जहां अभी हिमाचल प्रदेश में पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के निधन का गम पसरा हुआ है। वहीं, इस बीच पूर्व सांसद रामस्वरूप शर्मा के निधन के चार महीने बाद उनकी मौत का मामला एक बार फिर तूल पकड़ने लगा है।
मेरे पिता ने आत्महत्या नहीं की, उनकी हत्या हुई है
पूर्व सांसद की मौत हुए इतने दिन बीत जाने के बाद उनके परिजनों ने चुप्पी तोड़ी है और स्वर्गीय रामस्वरूप शर्मा के मंझले बेटे आनंदस्वरूप शर्मा ने दिल्ली पुलिस से पूरे मामले की जांच रिपोर्ट मांगी है। इस मसले पर आनंदस्वरूप शर्मा का कहना है कि उनके पिता ने आत्महत्या नहीं की है। उनकी हत्या हुई है।
उन्होंने बताया कि उच्चस्तरीय जांच करवाने को लेकर वे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से भी मिले। वह मामले की जांच कर रहे दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर सहदेव सिंह से भी उनकी मुलाकात हुई थी। आनंदस्वरूप शर्मा का कहना है कि उनके पिता आत्महत्या जैसा कदम नहीं उठा सकते हैं। किसी साजिश के तहत उनकी हत्या हुई है।
उन्होंने बताया कि 16 मार्च को अपने स्टाफ के साथ भोजन करने के बाद उन्होंने आगामी दिन की रूपरेखा तैयार कर ली थी। परिवार में भी सब ठीकठाक चल रहा था। ऐसे में उनकी मौत पर सवाल उठाना लाजिमी है। आनंदस्वरूप शर्मा ने स्वयं दिल्ली नार्थ एवन्यू पुलिस थाना में पहुंचकर इस मामले की जांच की प्रगति की जानकारी ली।
पुलिस ने कोविड का हवाला देकर जांच रिपोर्ट आने में विलंब होने की बात कही। गौरतलब है कि मंडी संसदीय क्षेत्र के सदस्य रामस्वरूप शर्मा का शव 17 मार्च को दिल्ली स्थित गुमटी अपार्टमेंट में फंदे से लटका हुआ मिला था। इस पर दिल्ली पुलिस की गहन जांच बीते चार माह से जारी है। आनंदस्वरूप शर्मा का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हैंगिंग (लटकने) का जिक्र है, लेकिन काल डिटेल और फारेंसिक रिपोर्ट अभी तक पुलिस कार्यालय से नहीं मिल पाई है।