मशहूर पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला का आज उनके पैतृक गांव मूसा में अंतिम संस्कार हुआ। उनका अंतिम संस्कार शमशान घाट की बजाए उनकी अपनी जमीन पर किया गया। सिद्दू मूसेवाल के पिता ने बेटे को मुखाग्नी दी। इससे पहले सिद्धू मूसेवाला के पिता ने अपनी पगड़ी को उतारकर सिद्धू की अंतिम यात्रा में शामिल हुए लोगों का आभार जताया।
उनके अंतिम संस्कार में भारी संख्या में युवा और महिलाएं उमड़ीं। दूर-दूर से लोग सिद्धू मूसेवाला की अंतिम यात्रा में पहुंचे। मूसेवाल की अंतिम यात्रा में 1 लाख के करीब लोग शामिल हुए । लोग सिद्धू मूसेवाला को याद कर खूब रोये और कहा कि हमारा भाई आज हमें छोड़कर चला गया। वहीं, गांव की महिलाओं ने रोत हुए कहा कि सिद्धू हमारे गांव की शान था। इस दौरान लोगों ने सिद्धू मूसेवाला अमर रहे और पंजाब सरकार मुर्दाबाद के नारे भी लगाए।
सिद्धू के स्कूल के दोस्त ने बताया कि सिद्धू को शुरू से ही गाड़ियां चलाने का शौक था। जब हम बसों से स्कूल आते थे तो सिद्धू बुलेट से स्कूल आता था। सिद्धू शुरू से ही काफी मस्ती करता था। इसके बाद सिद्धू इंजिनियरिंग करने लुधियाना चला गया।
इससे पहले सिद्धू की अंतिम यात्रा उनके ट्रैक्टर 5911 पर निकाली गई। अपने कई गानों में भी सिद्धू मूसेवाला इस ट्रैक्टर का जिक्र करते थे। अंतिम यात्रा के लिए ट्रैक्टर को फूलों से सजाया गया था। बता दें कि रविवार को गायक सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।