शिमला
इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) शिमला में रैगिंग का मामला सामने आया है। एक जूनियर एमबीबीएस छात्र के साथ रैगिंग किए जाने की घटना हुई है। मामले को कॉलेज प्रशासन ने गोपनीय रखा, लेकिन जानकारी के अनुसार यह घटना करीब तीन दिन पहले हुई थी। रैगिंग की इस घटना में दो सीनियर एमबीबीएस छात्रों ने अनुशासन तोड़ते हुए जूनियर छात्र के साथ गलत व्यवहार किया।
जानकारी अनुसार रैगिंग की यह घटना करीब 5 से 10 मिनट तक चली। हालांकि समय कम था, लेकिन इसे गंभीर अनुशासनहीनता मानते हुए कॉलेज प्रबंधन ने तुरंत कार्रवाई की। मामले की सूचना मिलते ही एंटी-रैगिंग कमेटी सक्रिय हुई और जांच के बाद दोनों सीनियर एमबीबीएस छात्रों को सस्पेंड कर दिया गया। इसके साथ ही दोनों पर 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।
आईजीएमसी की एंटी-रैगिंग कमेटी के एक पदाधिकारी ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि कॉलेज में रैगिंग को लेकर ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति है और इस तरह की किसी भी घटना को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बता दें कि आईजीएमसी में यह पहली बार नहीं है जब इस तरह की घटना सामने आई हो। इससे पहले वर्ष 2019 में भी जूनियर एमबीबीएस छात्र के साथ रैगिंग और मारपीट का मामला सामने आया था। उस समय भी ड्यूटी लगाने को लेकर सीनियर और जूनियर छात्रों के बीच विवाद हुआ था, जो बाद में हाथापाई में बदल गया था। उस घटना में सीनियर छात्र ने जूनियर छात्र के साथ मारपीट की थी, जिससे अस्पताल के वार्ड में अफरा-तफरी मच गई थी और मरीजों व तीमारदारों में दहशत फैल गई थी।










