शिमला 01 नवंबर । प्रदेश सरकार द्वारा भू-इंतकाल करने के लिए तय दो दिन जुन्गा तहसील के लोगों के लिए काफी कारगर साबित हुए हैं । बीते 30 व 31 अक्तूबर को भू-इंतकाल दिवस पर जुन्गा तहसील में 86 भू-इंतकाल दर्ज करके तहसीलदार जुन्गा रविन्द्र सिसोदिया ने रिकार्ड कायम किया है । इन्होने बताया कि 30 अक्तूबर को जुन्गा में तीन पटवार सर्कल जुन्गा, भड़ेच और घड़ोत के अंतर्गत 40 भू-इंतकाल और 31 अक्तूबर को चार पटवार सर्कल पीरन, जनेडघाट, कोटी और डुब्लु के भू-इंतकाल जनेडघाट में दर्ज किए गए । बता दें कि जुन्गा तहसील के अंतर्गत सात पटवार है जिनमें 12 पंचायतें आती है। बीते काफी महीनों से तहसीलदार का पद रिक्त चल रहा है जिसके चलते नायब तहसीलदार जुन्गा को सरकार ने तहसीलदार की शक्तियां प्रदान की गई है ।
जुन्गा के प्रधान बंसीलाल कश्यप, पंकज सेन, पीरन पंचायत के पूर्व प्रधान अतर सिंह ठाकुर, ट्रहाई के प्रीतम ठाकुर सहित अनेक लोगों ने सरकार की इस व्यवस्था का स्वागत करते हुए कहा कि राजस्व मामलों का समयबद्ध निपटारा होने से अब लोगों को बार बार तहसील के चक्कर नहीं काटने पड़ेगे । इनका कहना है कि राजस्व मामलों का निपटारे के लिए विधानसभा में लाया विधेयक लोगों के लिए काफी लाभदायक सिद्ध होगा । जुन्गा तहसील में पहली इतनी भारी संख्या में भू-इंतकाल होना अपने आप में बहुत बड़ी उपलब्धि है । इनका कहना है कि राजस्व अधिकारियों को प्रोटोकाॅल डियूटी के अतिरिक्त अन्य प्रशासनिक संबधी कार्य सौंपे जाने से राजस्व मामले लंबित पड़ जाते थे । सरकार की नई व्यवस्था से लोगों को जहां समय पर न्याय मिलेगा वहीं पर धन व समय की बचत होगी ।