आज भी इंसानियत ज़िंदा है ऐसी ही मिसाल संजौली गुरुद्वारा साहिब के कार्यकरता दे रहे है। इस कोरोना महामारी के चलते यह गुरुद्वारा जिन मजदूरों और जरूरतमंदों को दो वक्त की रोटी नहीं मिल रही, उनके लिए यह मददगार के रूप में सामने आया है। इस गुरुद्वारे में हर दिन 350 से अधिक लोगों के लिए खाना तैयार किया जाता है और यह हर दिन दोपहरबाद बांटा जाता है।
सोशल डिस्टेंसिंग के कारण गुरूद्वारे में लंगर नहीं लगता। इसलिए खाने को पैक कर जरूरतमंद को दिया जा रहा है। गुरुद्वारा साहिब संजौली की कमेटी पैकेटबंद खाना न केवल संजौली में रहने वाले जरूरतमंदों को परोस रही है, बाईपास होते हुए मशोबरा और और भट्टाकुफर तक भोजन बांट रही है। इसके लिए गाड़ी लगाई गई है और यहां से हर दिन गरीबों और जरूरतमंदों को रोजाना खाने की सप्लाई किया जा रहा है।
गुरूद्वारा साहिब संजौली के प्रधान रविंद्र सिंह मंगा का कहना है कि 23 मार्च से गुरुद्वारा साहिब द्वारा जरूरतमंदों को खाना दिया जा रहा है। यही नहीं, संजौली से बाहर भी गाड़ियों से खाने की सप्लाई की जा रही है। यह काम स्थानीय लोगों की मदद से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जरूरतमंद गुरूद्वारा साहिब से खाने और अन्य मदद के लिए संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि संजौली गुरूद्वारे के सामने भोजन देने के बाद वे संजौली कालेज के नीचे बाईपास में भी खाना दे रहे हैं।
साथ ही वे भट्टाकुफर और मशोबरा में भी खाना बांट रहे हैं। उनका मकसद है कि कोई भी गरीर भूखा न रहे और सभी भरपेट खा सके। मंगा ने कहा कि गुरूद्वारे में हिम केयर स्वास्थ्य कार्ड भी बनाए जा रहे हैं और जरूरतमंद लोग वहां पर कभी भी दिन में आकर इसे बना सकता है।