हाल ही में मंडी जिला से संबंध रखने वाले एक युवक ने सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड किया था। उसमें युवक यह बता रहा है कि वह साउदी अरब में फंसा है, वे वहां एक कंपनी पर कार्यरत है और वह कोरोना पीड़ित भी है। ऐसे में युवक ने अपनी वेदना व्यक्त करते हुए अवगत करवाया है कि उसकी वहां पर अनदेखी की जा रही है, यहां तक कि उसे भोजन भी उपलब्ध नहीं करवाया जा रहा है।
यह वीडियो जब मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के पास पहुंचा तो उन्होंने इस युवक से व्हाट्सऐप पर वीडियो कॉल के माध्यम से उसका कुशलक्षेम पूछा तथा आश्वस्त किया कि उसकी मदद के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे। इसके तुरंत बाद मुख्यमंत्री ने केंद्रीय विदेश मंत्री से फोन के माध्यम से संपर्क किया और उन्हें इस विषय से अवगत करवाया। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय विदेश मंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि हिमाचल से संबंध रखने वाले प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसलिए उक्त युवक को सहायता प्रदान करने के लिए यथाशीघ्र कदम उठाया जाए। उन्होंने आग्रह किया कि युवक की कंपनी तथा एंबेसी में प्राथमिकता से बात करें। इसके अलावा उन्होंने युवक के वीजा संबन्धी औपचारिकता पूरी करवाने तथा उसे वापस लाने संबन्धी पूरा खर्च उठाने का विशेष आग्रह किया है।
इतना ही नहीं सीएम जयराम ठाकुर ने एंबेसी में भी इस विषय को उजागर किया। राहत की बात यह है कि मुख्यमंत्री के आग्रह पर उक्त युवक को सहायता प्रदान की जा रही है। जानकारी यह भी है कि उसे जल्द ही वापस लाया जा सकता है और उसका सारा खर्च सरकार वहन करेगी।
हैरानी की बात यह है कि कुछ नेता व उनके समर्थक इस विषय पर अपनी वाहवाही लुटने का प्रयास कर रहे हैं। बेशक उन्होंने युवक की सहायता करने के लिए प्रयास किए होंगे लेकिन सोशल मीडिया पर इसका प्रचार करना शोभा नहीं देता। कहने का तात्पर्य स्पष्ट है कि सरल स्वभाव के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश से संबंध रखने वाले युवक की सहायता के लिए तुरंत कदम उठाया और कार्रवाई होने के पश्चात इसका प्रचार करवाना मुनासिब नहीं समझा। खैर मुख्यमंत्री इस तरह के कार्यों पर सराहना स्वीकार भी नहीं करते, उनका एक ही कहना होता है कि वे जनसेवा के लिए राजनीति में आए हैं न कि अपना नाम चमकाने के लिए।