जिला के डाडासीबा का स्यूल खड्ड-डुहकी लिंक रोड़ भारी बारिश के चलते बह गया। एक साल पहले दो करोड़ से बनी यह सड़क अब पूरी तरह गड्डों में बदल चुकी है। वहीं, स्थानीय लोगों ने आरोप लगाए कि लोक निर्माण विभाग की ओर से बनाई इस सड़क में घटिया सामग्री प्रयोग की गई। इससे यह बरसात का एक सीजन भी नहीं झेल पाई। उन्होंने सरकार व जिलाधीश कांगड़ा से इस निर्माण कार्य की जांच करवाने की मांग की है।
विभाग की इस नाकामी से न केवल सरकार के करोड़ों रुपये बर्बाद हुए है बल्कि स्थानिय लोगों की आवजाही बिल्कुल ठप हो चुकी है। ऐसे मे लोक निर्माण विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे है। सड़क की मौजूदा ताजा तस्वीर को देखकर आप भी अन्दाजा लगाकर देख सकते है कि इस लिंक रोड़ को विभाग ने कैसे मटिरियल से बनाया है जो बरसात में बह गया। वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि विभाग ने यहां घटिया समाग्री का प्रयोग करके उक्त सड़क को बनाया था। जो मात्र पहली बरसात का दशं भी नही झेल पाई और बुरी तरह बह गई। अब इस रोड़ से गाड़ी गुजरना तो दूर पैदल चलना भी किसी बड़े खतरे से खाली नहीं है। वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि क्षेत्र की गम्भीर समस्या को देखते हुए गत करीब डेढ़ बर्ष पहले ही उक्त रोड का प्रदेश मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिलान्यास किया था। लेकिन पहली बरसात में सड़क का टूटना विभाग के लिए कई सवाल खड़े कर रहा है।
हिमाचल सरकार व जिलाधीश कांगडा से मांग की है कि तुरन्त उक्त मामले की जांच की जाए बही सड़कें क्षेत्र की सर्वोपरि रुपरेखा होती है। अगर विभाग की नाकामी के कारण यहीं सड़कें बह जाएं तो भला इसे क्या समझें। उधर, अधिशाषी अभियंता हर्ष पुरी ने बताया कि मौके पर जेई को भेजा जाएगा। अगर निर्माण कार्य में कोई कमी पाई गई, तो ठेकेदार पर एक्शन लिया जाएगा।