शिमला
हिमाचल प्रदेश में बीते कुछ वक्त से सूबे के लोगों को मौसम का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। इसी कड़ी में आज भी प्रदेश के अलग-अलग इलाकों से परेशान करने वाली ख़बरें सामने आ रही हैं। प्रदेश में दो अलग-अलग जगहों पर खड्ड में डूब जाने से दो लोगों के मौत की खबर सामने आ रही है। वहीं, सूबे के अलग-अलग इलाकों से बारिश और भूस्खलन के चलते काफी नुकसान हुआ है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने गुरुवार को भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। 27 जुलाई तक प्रदेश में मौसम खराब बना रहने का पूर्वानुमान है। कांगड़ा और मंडी जिले के कुछ क्षेत्रों में गुरुवार सुबह 11:30 बजे तक बाढ़ आने की चेतावनी जारी की गई है। बुधवार को राजधानी शिमला में दोपहर और शाम को बारिश हुई। प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में मौसम साफ रहा।
खड्ड में डूब जाने से दो लोगों की मौत, रिटायर्ड फौजी खड्ड में डूबा
कांगड़ा जिले में पुलिस थाना धर्मशाला के अंतर्गत ससुराल आए रिटायर्ड फौजी की मांझी खड्ड में बहने से मौत हो गई। शव पुलिस ने शीला चौक से नीचे भटेहड़ समीप मांझी खड्ड में बरामद किया। मृतक मनोज कुमार पुत्र मन बहादुर खनियारा के ठेहड़ गांव का रहने वाला था। मनोज परिवार समेत अपने ससुराल चाय उद्योग दाड़ी आया था।
दोस्त के साथ खड्ड में नहाने गया 26 वर्षीय युवक डूबा
हमीरपुर जिले के जंगल रोपा की कुनाह खड्ड में 26 वर्षीय युवक की डूबने से मौत हो गई है। युवक का नाम अमन भरमेरा बताया जा रहा है। वो हमीरपुर के वार्ड नंबर आठ नया नगर का निवासी था। बुधवार दोपहर बाद अपने दोस्तों के साथ अमन कुनाह खड्ड में नहाने के लिए गया। नहाते-नहाते अचानक अमन का पैर फिसला और नीचे खड्ड की गहराई में चला गया। दोस्तों ने अमन को बचाने की भरपूर कोशिश की लेकिन उसे बचा नहीं सके।
बुधवार को कालका-शिमला नेशनल हाईवे पर कंडाघाट के समीप पहाड़ी दरकने से करीब दो घंटे तक ट्रैफिक जाम रहा। फोरलेन निर्माता कंपनी की ओर से मलबा हटाकर सड़क को वन वे कर चलाया गया। मंगलवार देर रात परवाणू से सोलन के बीच सनवारा और तंबूमोड़ पर भी पहाड़ी से मलबा और पत्थर गिरने से यातायात प्रभावित रहा। दूसरी ओर प्रदेश में अभी भी 146 सड़कें बंद पड़ी हैं, जबकि 46 पेयजल योजनाएं ठप हैं।
किन्नौर जिले के बटसेरी गांव के नजदीक खरोगला नाले में सुबह पानी का जल स्तर बढ़ने से कई बागवानों के सेब बगीचों को नुकसान पहुंचा है। जिला कुल्लू के बंजार की मंगलौर पंचायत में बारिश के दौरान सड़क का मलबा गांव में घुस गया और एक गोशाला व तीन शौचालयों को नुकसान पहुंचा है। चंबा जिला में मूसलाधार बारिश के तीसरे दिन बाद भी व्यवस्थाएं पटरी पर नहीं लौटी हैं। विभिन्न मंडलों में 16 मार्गों पर यातायात ठप रहा। द्रड्डा गांव में तकनीकी खराबी आने से 13 घंटों तक बिजली बाधित रही।