हिमाचल में ओलावृष्टि से सेब फसल को बड़ा नुकसान हुआ है। शिमला शहर, कोटखाई, आनी और किन्नौर के भावानगर में भारी ओलावृष्टि से सेब के दाने पत्तों समेत झड़ गए। बचे फलों में निशान पड़ गए हैं।
रोहतांग सहित मनाली की ऊंची चोटियों पर ताजा बर्फबारी हुई। शिमला में दोपहर बादओलावृष्टि हुई। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने शुक्रवार और शनिवार को भी प्रदेश के कई क्षेत्रों में बारिश-ओलावृष्टि और अंधड़ का येलो अलर्ट जारी किया है।
दो जून तक प्रदेश में बारिश का पूर्वानुमान है। शिमला में ओलावृष्टि से सेब की 60 से 70 फीसदी फसल को नुकसान होने का अनुमान लगाया है। किन्नौर की भावावैली के काफनू, कटगांव, यांगपा, हुरी, कराबा और होमते सहित कई गांवों में ओलावृष्टि हुई। उधर, कुल्लू के आनी क्षेत्र में भयंकर तूफान के साथ मूसलाधार बारिश हुई। मौसम में आए बदलाव से कई लोग गाड़ियों सहित सड़कों में ही फंस गए। राहगीरों को भारी परेशानियां झेलनी पड़ीं।
वीरवार को ऊना को छोड़कर अन्य क्षेत्रों के अधिकतम तापमान में तीन से चार डिग्री की कमी दर्ज हुई। ऊना में अधिकतम तापमान 41.7, बिलासपुर 34.0, हमीरपुर-भुंतर 33.8, कांगड़ा 33.4, चंबा 27.4, धर्मशाला 30.4, सुंदरनगर 33.8, शिमला 26.3, सोलन 33.0, नाहन 35.0, कल्पा 21.0 और केलांग में 17.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।