प्रदेश के बागवानों को कोरोना वायरस की वजह से हो रही असुविधायों के सन्दर्भ में आज मुख्य सचेतक,पूर्व बागवानी मंत्री नरेंद्र बरागटा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मिले।
नरेन्द्र बरागटा ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि बागवानों की सुविधा के लिए उर्वरकों और स्प्रे तेल की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि सेब बागीचों के लिए इन दिनों उर्वरकों की आवश्यकता है, इसलिए ऊपरी शिमला के लिए इन सामग्रियों की आपूर्ति करने वाले वाहनों की आवाजाही प्रतिबन्धित न की जाए। उन्होंने कहा कि एंटी हेलगन में इस्तेमाल होने वाले सिलेंडरों की आपूर्ति करने की भी स्वीकृति प्रदान की जाए तथा बागवानो द्वारा स्वयं स्थापित की गई एंटी हेलगन के लिए भी सिलेंडर उपलब्ध करवाने तथा इसके रखरखाव करने की भी मुख्यमंत्री से मांग की।
बरागटा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने उनका निवेदन स्वीकार करते हुए कहा कि कि सानों और बागवानों को पौध संरक्षण सामग्री जैसे स्प्रे तेल, फफूंदनाशक और उर्वरक आदि प्रदान करने के लिए प्रदेश में 300 पौध संरक्षण केंद्र खुले रहेंगे।
बरागटा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने यह भी निर्णय लिया है कि बागवानों की सुविधा के लिए पौध संरक्षण सामग्री की बिक्री करने वाली दुकानें खुली रहेंगी। इसके अतिरिक्त मधुमक्खी पालन से जुड़े लोगों की सुविधा के लिए भी कदम उठाए गए हैं। मुख्यमंत्री ने आगामी सेब सीजन को ध्यान में रखते हुए पड़ोसी राज्यों से मधुमक्खी बक्सों के परिवहन के निर्देश दिए हैं तथा बागवानों व किसानों को एंटी हेलनेट व बांस खरीदारी में छुट दी जाएगी।
जिसके लिए नरेंद्र बरागटा ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का आभार प्रकट किया।
बरागटा ने कोरोना वायरस से प्रभावित दिहाड़ी मजदूरो और गरीबो के लिए प्रदेश सरकार द्वारा 500 करोड़ के राहत पैकेज जारी करने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया है।