राजगढ़ 22 जनवरी
अनुबंध पर कार्यरत कॉलेज कैडर के सहायक प्रोफेसर के नियमितिकरण मेें हो रही देरी से यह वर्ग क्षुब्ध है । बता दें कि सरकार की दो वर्षीय अनुबंध अवधि की अधिसूचना जारी करने के उपरांत भी अभी तक सहायक प्रोफेसरों को नियमित नहीं किया गया है।
गौर रहे कि सहायक आचार्यों में अधिकतर आँकड़ा उन शिक्षकों का है जिनका कार्यकाल 3 से भी अधिक वर्ष का हो चुका है, लेकिन अभी तक यह वर्ग नियमितिकरण की राह देख रहे हैं। सबसे अहम बात यह है कि उच्चतर शिक्षा निदेशालय द्वारा महाविद्यालयों से बीते 10 जनवरी, 2022 तक सहायक आचार्यों के आवश्यक प्रमाण पत्र, व ताजा चिकित्सा प्रमाण पत्र सहित विवरण मांगा गया था, जिसे करीब सभी महाविद्यालयों की ओर से भेज दिया गया है। काॅलेज स्तर के कुछ सहायक प्रोफेसरों ने जानकारी दी कि अनुबंध पर सेवाएं दे रहे सहायक प्रोफेसरों की संख्या करीब 95 है । इनका कहना है कि सभी दस्तावेज उपलब्ध करवाने के बावजूद भी शिक्षा विभाग का नियमितिकरण का रवैया ढुलमुल है। अनुबंध से नियमित होने वाले समस्त महाविद्यालय प्राध्यापकों सरकार से मांग की हैं कि शीघ्रातिशीघ्र विभागीय औपचारिकताओं को पूर्ण कर उन्हें नियमित किया जाए, ताकि अन्य कर्मचारियों की भांति इस वर्ग को नियमितिकरण का लाभ मिल सके।