जनजातीय जिला किन्नौर में भारत-तिब्बत सीमा पर भी सेना ने चौकसी बढ़ा दी है। लद्दाख की गलवां घाटी में भारत-चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद भारतीय सेना ने किन्नौर जिले में तिब्बत के साथ लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा में सुरक्षा के पूरे प्रबंध कर लिए हैं। इस घटना के बाद जिला किन्नौर में भारतीय सेना, आईटीबीपी, किन्नौर पुलिस और भारत तिब्बत सीमा के साथ लगती पंचायतें भी सतर्क हो गई हैं। जिला प्रशासन ने भारत-चीन के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए अलर्ट जारी किया है। पंचायत क्षेत्र के लोगों को हिदायत दी है गई कि अंजान व्यक्ति दिखता है तो तुरंत इसकी सूचना पंचायत प्रधान को दें।
कुन्नोचारंग पंचायत प्रधान पूर्ण सिंह नेगी ने बताया कि उनकी पंचायत भारत-तिब्बत सीमा से लगती है। सोमवार रात को लद्दाख की गलवां घाटी में स्थिति तनावपूर्ण होने के बाद उनकी पंचायत भी सतर्क है। सेना के अधिकारियों से भी बातचीत हुई है, जिसमें ग्रामीणों को 25 किलोमीटर के दायरे से बाहर जाने पर मनाही की गई है। ग्रामीणों को सूचित कर दिया गया है। शलखर पंचायत प्रधान बलवीर ने बताया कि उनके क्षेत्र में अभी माहौल शांत है। लोग सतर्कता बरत रहे हैं।
जिला प्रशासन ने भेड़पालकों को दूरदराज क्षेत्रों में न जाने की हिदायत दी है। पुलिस ने भी मूरंग, सांगला और पूह पुलिस थाना सहित, यंगथंग चौकी के जवानों को चौकसी बरतने के निर्देश दिए हैं। एसपी किन्नौर एसआर राणा ने पुलिस थानों और चौकियों में तैनात कर्मियों को किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि होने पर पुलिस जिला मुख्यालय रिकांगपिओ स्थित कंट्रोल रूम को सूचित करने के निर्देश जारी किए हैं। उधर, उपायुक्त गोपाल चंद ने कहा कि भारत चीन के बीच पनपे तनाव को देखते हुए जिला किन्नौर में अलर्ट कर दिया गया है। सभी सीमावर्ती पुलिस थानों और चौकियों को भी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।