अर्की के विधायक संजय अवस्थी ने नागरिक अस्पताल अर्की में 28 लाख की दवाइयों की खरीद फरोख्त में धांधली के आरोप लगाए हैं। उन्होंने मामले में विजिलेंस जांच की मांग करते हुए स्वास्थ्य मंत्री से इस्तीफा मांगा है। कहा कि यदि 10 दिन में मामले की विजिलेंस जांच नहीं होती है तो वह अर्की में धरना शुरू करेंगे। सोलन में आयोजित पत्रकार वार्ता में विधायक संजय अवस्थी ने कहा कि बीते दिनों उन्होंने अर्की अस्पताल में रोगी कल्याण समिति की बैठक में भाग लिया।
इस दौरान उन्हें पता चला कि दवाओं की खरीद में गड़बड़ी हुई है। उन्होंने जब इस बारे में प्रबंधन से पूछा तो वह भी इसमें कोई जवाब नहीं दे पाए। वित्त वर्ष 2021-22 में 28 लाख की दवाएं एक ही फर्म (दवा विक्रेता) से खरीद ली गईं। इसमें कुल पांच कोटेशन आई थीं, जो सभी शिमला और अन्य जगह की थीं। जबकि, इसके लिए स्थानीय किसी भी दवा विक्रेता से कोई कोटेशन नहीं मांगी गई, जो भी दवा की खरीद हुई वह शिमला के एक दवा विक्रेता से की गई है।
दावा किया कि जिस दवा विक्रेता के नाम से कोटेशन हुई है, उसका लेटर पैड तक नहीं था और एक ही दवा विक्रेता के नाम से सारी कोटेशन खुली हैं। चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए इस तरह से बिना टेंडर कॉल किए दवाइयां ली जा रही हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में हो रही इस प्रकार की धांधली को लेकर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल को अपना इस्तीफा दे देना चाहिए।