हिमाचलियों को बाहरी राज्यों में आवाजाही करने के बाद अपने घर वापसी पर टोल टैक्स चुकाने के लिए मजबूर होना पड़ता था। प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के मीडिया कोर्डिनेटर विश्व चक्षु ने कहा कि आजादी के बाद भी कई दशकों से चल रहे रिवाज को हिमाचल प्रदेश में भाजपा सरकार बनते ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बदलकर हिमाचलवासियों को सबसे बड़ी राहत प्रदान की थी। अब टोल टैक्स पर किसी भी राज्य से अपने घर हिमाचल आने का कोई टैैक्स या भुगतान जनता को करने के लिए मजबूर नहीं होना पड़ता। विश्व चक्षु ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में भाजपा ने सरकार बनते ही राज्य में लोगों का जीवन आसान बनाने की राहें बनाई, जिसमें पहाड़ी प्रदेश की सबसे बड़ी पीड़ा का दर्द समझते हुए संवेदनशील मुख्यमंत्री ने हिमकेयर योजना शुरू कर पूरे भारत में नया उदाहरण प्रस्तुत कर दिया जिसमें किसी भी बिमारी पर सरकारी अस्पतालों सहित पैनल्ड निजी अस्पतालों में भी पूरी तरह से पांच लाख तक मुफ्त ईलाज करवाने की सुविधा प्रदान की जाती है।
मुख्यमंत्री के मीडिया कोर्डिनेटर विश्व चक्षु ने कहा कि इससे पहाड़ी प्रदेश की आजादी के 70 वर्षों के बाद 2017 से पहले तक ईलाज न मिल पाना और पैसों की कमी से ईलाज से वंचित रहने के अभिशाप से जयराम ने प्रदेश को मुक्त कर दिया है। जिस तरह पूरे देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से आयुष्मान योजना शुरू कर हर वर्ग को बड़ी राहत दी गई। वहीं हिमाचल में आयुष्मान से वंचित रह गए लोगों के लिए हिमकेयर बड़ा वरदान बनी। वहीं गंभीर बिमारी से पीड़ित व्यक्ति के लिए भी सरकार ने सहारा योजना शुरू की, जिसमें हर माह व्यक्ति को दो हज़ार की राशि प्रदान की जाती है। चक्षु ने कहा कि युवाओं-युवतियों के लिए मुख्यमंत्री स्वालंबन योजना शुरू की गई है, जिसके बाद में राज्य का आमजन भी हमेशा कहते हुए सुना जाता है कि न भूतो, न भविष्यते, जयराम सरकार लाई ऐसी योजनाएं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने ही राज्य में सरकार बनते ही सबसे पहले समाजिक सुरक्षा पैंशन योजना की आयु 70 वर्ष की थी, जो कि हिमाचल के स्वर्ण जयंती के उपल्क्षय पर सीएम जयराम ठाकुर ने अब 60 वर्ष कर दी है। वहीं, गांव के हर घर-घर को गृहिणी सुविधा योजना से सुविधा प्रदान कर विकास की नई ईबारत लिख दी।