डॉ यशवंत सिंह परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के पुष्प एवं भू सौंदर्य विभाग के तीन वैज्ञानिक- डॉ पूजा शर्मा, डॉ सुमन भाटिया और डॉ सपना कौशल ने असम कृषि विश्वविद्यालय गुवाहाटी में हाल ही में आयोजित वार्षिक सम्मेलन में भाग लिया। इस सम्मेलन के दौरान पुष्प एवं भू सौंदर्य विभाग के वैज्ञानिकों ने ऑल इंडिया कोऑर्डिनेटिड रिसर्च प्रोजेक्ट के तहत किए गए विभिन्न कार्यों और अनुसंधानों को प्रस्तुत किया।
इस दौरान विभाग द्वारा इस परियोजना के तहत बनाए गए तीन मूल्य वर्धित उत्पाद जैसे फ्लोरल फ्रेम, फ्लोरल पेन एवं हर्बल गुलाल को लॉन्च किया गया। फ्लोरल फ्रेम एक दीवार पर सजाने वाला बॉक्स है जिसमें विभिन्न प्रकार के शुष्क फूलों का उपयोग किया जाता है। इसमें शुष्क गुलाब, हाइड्रेंजिया, जिस्पोफिला, ऑर्किड तथा अन्य फूल का प्रयोग किया जा सकता है। इस बॉक्स पर एक्रेलिक शीट लगाई गई है ताकि फूलों पर धूल व आर्द्रता का प्रभाव ना पड़े। यह बॉक्स विभिन्न प्रकार और आकार में बनाए जा सकते हैं।
फ्लोरल पेन को बनाने में विभिन्न प्रकार के शुष्क फूलों की पंखुड़ियां जैसे गुलाब, ऑर्किड, मौसमी फूल इत्यादि का प्रयोग किया जाता है। यह पेन पर्यावरण हितेषी और बायोडिग्रेडेबल है। इस पेन की एक और विशेषता है कि इसके पिछले हिस्से में मौसमी फूलों के बीजों को एक कैप्सूल में डालकर जोड़ा गया है ताकि पेन के उपयोग के पश्चात इन मौसमी बीजों से पौधे लगाए जा सके। हर्बल गुलाल को फूलों की पंखुड़ियां से तैयार किया जाता है। गेंदा, गुलाब इत्यादि से रंग निकालकर अरारोट पाउडर को रंगा जाता है। यह हर्बल गुलाल मुलायम और अत्यंत पर्यावरण हितैषी है इन उत्पादों को बनाने की विधि सरल है और इन्हें कम लागत में बनाया जा सकता है। यह भूमिहीन किसानों, महिलाओं, बेरोजगार युवक एवं युवतियों के लिए एक रोजगार का साधन हो सकता है और उनकी आमदनी का एक मुख्य स्त्रोत बन सकता है।
इस प्रकार के उत्पादों को बनाने की निपुणता और जरूरी प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए विश्वविद्यालय के पुष्प एवं भू सौंदर्य विभाग से संपर्क किया जा सकता है।